#राजनीति
July 22, 2025
बिजली महादेव रोपवे मामला: MLA सुंदर ठाकुर ने पेश किए कई सबूत, विरोधियों को बताया 'दोगला'
पूर्व सांसद, पूर्व चेयरमैन पर आरोपों की बौछार
शेयर करें:
कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में बहुप्रतीक्षित बिजली महादेव रोपवे परियोजना पर विवाद अब ज़मीन से राजनीति के गलियारों तक पहुंच गया है। कांग्रेस विधायक सुंदर ठाकुर ने सोमवार को विरोध कर रहे नेताओं पर तीखे शब्दों में हमला बोला और उन्हें दोगला तक कह दिया। उनका आरोप है कि जिन नेताओं ने पहले इस परियोजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया, अब वही जनता को भड़का रहे हैं और विरोध का नेतृत्व कर रहे हैं।
विधायक ठाकुर ने स्पष्ट किया कि यह प्रोजेक्ट भारत सरकार की भारतमाला परियोजना के तहत है, जिसमें हिमाचल सरकार का कोई आर्थिक सहयोग नहीं है। उन्होंने 2018 का ज़िक्र करते हुए कहा कि उस समय भाजपा समर्थित प्रधान सुभाष और बीडीसी सदस्य हेमराज शर्मा ने पंचायत से इस रोपवे के लिए एनओसी दिलवाई थी। अगर तब NOC नहीं दी जाती, तो यह प्रोजेक्ट आज अस्तित्व में ही नहीं होता।
यह भी पढ़ें : हिमाचल में मानसून का कहर जारी: स्कूलों में छुट्टी, सतलुज उफान पर- इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट
विधायक ने पूर्व सांसद महेश्वर सिंह पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक ओर तो वे रोपवे के पोस्टर छपवाकर श्रेय ले रहे थे, भूमिपूजन में शामिल होकर प्रसाद और फोटो खिंचवा रहे थे, और अब विरोध का झंडा उठाए घूम रहे हैं। अगर विरोध ही करना है तो दिल्ली के जंतर-मंतर जाकर मोदी और नितिन गडकरी का विरोध करें, क्योंकि परियोजना तो उनकी है।
पूर्व HPMC चेयरमैन राम सिंह पर भी विधायक ने आरोप लगाए कि पहले वे मोदी के साथ फोटो वायरल करवाते थे, लेकिन भाजपा से बागी होकर अब अपनी राजनीति चमकाने के लिए रोपवे का विरोध कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा, "इन जैसे राजनीतिक मौसम वैज्ञानिकों की असलियत जनता को जाननी चाहिए।
यह भी पढ़ें : हिमाचल में बारिश का कहर: मकान पर गिरा पत्थर, नहीं बच पाए पति-पत्नी; स्कूल बंद- अलर्ट जारी
सुंदर ठाकुर ने कहा कि विरोध कर रहे नेता अब 67 पेड़ों की कटाई पर पर्यावरण का रोना रो रहे हैं, जबकि जब उनकी सरकार में 1300 से ज़्यादा पेड़ों की कटाई हुई थी (एडी हाइड्रो प्रोजेक्ट की ट्रांसमिशन लाइन के लिए), तब कोई विरोध नहीं हुआ। उन्होंने तर्क दिया कि उस समय वैकल्पिक मार्ग चुना जा सकता था, लेकिन तब पर्यावरण की कोई चिंता नहीं थी।
यह भी पढ़ें : हिमाचल शर्मसार: मंदिर में महिला श्रद्धालु से पुजारी ने की नीचता, बहाने से कमरे में बुलाया था
विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा नेता अब देवता की इच्छा का हवाला देकर रोपवे का विरोध कर रहे हैं, जबकि जब यही लोग इस प्रोजेक्ट का श्रेय लेने में जुटे थे, तब देवता का कोई विरोध नहीं था। ठाकुर ने कहा कि बिजली महादेव की एक इंच भी ज़मीन इस प्रोजेक्ट में नहीं जा रही, बल्कि हमने 900 मीटर कम करके मार्ग को छोटा किया है।