#राजनीति
February 2, 2025
अलविदा किशन कपूर- बेटे ने दी मुखाग्नि, अंतिम विदाई पर नहीं थमे पत्नी और दोस्तों के आंसू
बेटे शाश्वत ने दी मुखाग्नि- राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला से संबंध रखने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद दिवंगत किशन कपूर का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। बता दें कि पार्थिव देह शनिवार देर शाम उनके निवास स्थान दाडनू लाया गया। वहीं आज सुबह उनके पैतृक गांव खनियारा में पटोला मैदान में पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया।
इस मौके पर उनके समर्थक और शुभचिंतक बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इसके बाद, मांझी खड्ड स्थित श्मशान घाट पर उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे शाश्वत ने उन्हें मुखाग्नि दी। बता दें कि 2 दिन पहले ही किशन कपूर के जीजा की मौत हुई थी और अब उनके जाने से परिवार गहरे दुख में है।
पूर्व मंत्री और सांसद किशन कपूर की शव यात्रा में प्रदेश के कई प्रमुख नेता शामिल हुए। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल, भाजपा महामंत्री त्रिलोक कपूर, हमीरपुर से पूर्व सांसद सुरेश चंदेल, पूर्व मंत्री रमेश धवाला, पूर्व मंत्री रविंद्र सिंह रवि, विधायक पवन काजल, विधायक सुधीर शर्मा, विधायक जनक राज, विधायक रणवीर सिंह निक्का, पूर्व विधायक रीता धीमान, धर्मशाला नगर निगम की मेयर नीनू शर्मा, पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी समेत कई अन्य भाजपा नेता उपस्थित रहे।
पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता किशन कपूर का निधन शनिवार सुबह पीजीआई चंडीगढ़ में हुआ। 73 साल की उम्र में उन्होंने ब्रेन हैमरेज के कारण आखिरी सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। किशन कपूर का जन्म 25 जून 1951 को धर्मशाला के खनियारा गांव में हुआ था। उन्होंने तीन बार राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री, एक बार लोकसभा सांसद और पांच बार धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में कार्य किया।
किशन कपूर ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत युवावस्था में की थी। वह 1970 में जनसंघ और जनता पार्टी के सदस्य बने और 1980 में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के समय सक्रिय रूप से शामिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने 1985 में भाजपा के टिकट पर धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से अपनी पहली चुनावी जंग लड़ी थी। वे लगातार पांच बार धर्मशाला विधानसभा सीट से विधायक चुने गए और तीन बार मंत्री पद पर रहे।
किशन कपूर ने हिमाचल प्रदेश सरकार में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्रालय का कार्यभार संभाला। इसके अलावा, उन्होंने उद्योग, परिवहन, नगर नियोजन, शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण विभागों का भी नेतृत्व किया। वे जयराम ठाकुर की सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत थे और इस दौरान जगत प्रकाश नड्डा के साथ उनके सहयोगी रहे।
- 1970: जनसंघ और जनता पार्टी के सदस्य बने।
- 1980: भाजपा की स्थापना के दौरान सक्रिय भूमिका निभाई।
- 1985-1993: धर्मशाला विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में तीन बार जीत हासिल की।
- 1993-1997: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मुख्य सचेतक के रूप में कार्य किया।
- 1998: तीन बार विधायक बनने के बाद, उन्होंने परिवहन, जनजातीय विकास, विधायी और कानून मंत्री के रूप में शपथ ली।
- 2003 और 2012 में चुनाव हारने के बावजूद, उन्होंने भाजपा में विभिन्न अहम जिम्मेदारियां निभाई।
- 2017 में पांचवीं बार विधायक चुने गए और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री बने।
- 2019 में कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से सांसद बने, और देशभर में सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत के साथ जीत दर्ज की।