#अपराध
February 1, 2025
हिमाचल: जेल में था पति, अब पत्नी भी पहुंची सलाखों के पीछे; जानें पूरी कहानी
HRTC बस में नशे की खेप के साथ पकड़े गए मां-बेटा
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ऊना। हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करी का कारोबार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हालात ऐसे बने हुए हैं कि अब पूरा परिवार ही नशा तस्करी के धंधे में उतरने लगा है। ऐसा ही एक मामला हिमाचल के ऊना जिला से सामने आया है। यहां एक महिला और एक युवक नशे की खेप के साथ पकड़ा गया है। बड़ी बात यह है कि पकड़ी गई महिला का पति पहले ही एनडीपीएस के मामले में जेल में है। अब उसकी पत्नी भी सलाखों के पीछे पहुंच गई हैं।
बताया जा रहा है कि दोनों HRTC बस में सवारी बनकर बैठे थे। पुलसि टीम ने दोनों से चिट्टे की खेप बरामद की है। दोनों आरोपी हिमाचल के ही रहने वाले हैं। पुलिस टीम ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि अमृतसर से ऊना की ओर आ रही HRTC बस में एक महिला और उसकी साथी नशे की खेप लेकर आ रहे हैं। ऐसे में पुलिस टीम ने इसी सूचना के आधार पर जिले के पंडोगा गांव में नाकाबंदी कर दी।
इस दौरान पुलिस टीम ने HRTC बस को नाके पर चैकिंग के लिए रोक दिया। तलाशी के दौरान पुलिस टीम को बस में सवार महिला और उसके साथी से चिट्टे की खेप बरामद हुई। वजन करने पर चिट्टे की खेप 8.53 ग्राम पई गई। इसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
शुरुआती जांच में पाया गया है कि आरोपी महिला और उसके पति के खिलाफ पहले भी नशा तस्करी के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस द्वारा चिट्टे के साथ गिरफ्तार किए इन दोनों आरोपियों के पुराने रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
मामले की पुष्टि करते हुए ASP सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आागामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। जल्द ही दोनों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ कर उनके साथ इस काले कारोबार में शामिल अन्य लोगों के बारे में पता लगाया जाएगा। नशे के कारोबार में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा। उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ में किसी बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
वहीं, लोगों का कहना है कि हिमाचल की सीमाएं पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों से सटी हुई हैं- जहां से नशीले पदार्थों की तस्करी आसानी से हो रही है। पंजाब और हरियाणा से चरस, अफीम और सिंथेटिक ड्रग्स की खेप हिमाचल तक पहुंचाई जाती है। विशेष रूप से कुल्लू, मनाली, मंडी, और कांगड़ा जैसे पर्यटन स्थलों को तस्करी के अड्डों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस समस्या को रोकने के लिए सीमावर्ती इलाकों में कड़ी निगरानी और पुलिस बल की सक्रियता बढ़ाने की आवश्यकता है।