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May 19, 2025

डिप्टी सीएम की बेटी का हालचाल लेने पहुंचे सीएम सुक्खू, सियासी गर्मी में दिखी नरमी की झलक

मुकेश अग्निहोत्री के आवास पहुंचे सीएम सुक्खू, सियासी हलचल हुई तेज

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CM Sukhu mukesh agnihotri

शिमला। हिमाचल कांग्रेस की सियासत में अभी हाल ही में उपजे तनाव के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की बेटी आस्था अग्निहोत्री का कुशलक्षेम पूछने उनके आवास पहुंचे। आस्था हाल ही में एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गई थीं और उनके पैर में प्लास्टर चढ़ा हुआ है। सीएम सुक्खू ने ने आस्था अग्निहोत्री के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। हालांकि यह मुलाकात एक मानवीय संवेदना के तहत हुईए लेकिन राजनीतिक जानकार इसे कांग्रेस के भीतर हालिया सियासी दरारों को पाटने की दिशा में एक पहल मान रहे हैं।

डिप्टी सीएम की पोस्ट से मचा था सियासी घमासान

सीएम का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब प्रदेश की सियासत में सीएम सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के बीच खटास की चर्चाएं जोरों पर हैं। कुछ दिन पहले डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के ज़रिए साजिशों की बात कही थी। उसके बाद दो दिन पहले ही उन्होंने एचपीयू के एक कार्यक्रम में कहा था कि "मैं कार्यक्रमों का मंत्री" हूं। जिसे लेकर कांग्रेस के भीतर खेमेबंदी की अटकलें तेज़ हुईं थीं। वहीं कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी सार्वजनिक रूप से डिप्टी सीएम की पोस्ट का समर्थन करते हुए प्रदेश की राजनीति में और गरमाहट ला दी थी।

 

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कांग्रेस में तालमेल पर उठे थे सवाल

प्रदेश कांग्रेस के बीच चल रह इस तरह के घमासान ने राजनीतिक गलियारों में यह सवाल खड़ा कर दिया था कि क्या कांग्रेस सरकार के शीर्ष नेतृत्व में तालमेल की कमी है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी हालिया घटनाओं को लेकर बयान दिया था। उन्होंने तो सीएम सुक्खू और डिप्टी सीएम के बीच चल रही तनातनी की वजह शिमला रोपवे प्रोजेक्ट बताया था।

 

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सीएम सुक्खू यह कदम दे गया नया संदेश

सीएम सुक्खू का डिप्टी सीएम के घर जाकर उनकी बेटी का कुशलक्षेम पूछना कई स्तरों पर संदेश देने वाला कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री सुक्खू का यह कदम केवल मानवीय संवेदना ही नहीं, बल्कि एक सियासी संकेत भी माना जा रहा है कि पार्टी के भीतर उठे विवादों को सुलझाने की कोशिशें अब शुरू हो रही हैं। यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब कांग्रेस हाईकमान की भी राज्य सरकार की अंदरूनी स्थिति पर नजर है।

 

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ऐसे में सुक्खू की यह पहल एकतरफा संवाद नहीं, बल्कि पार्टी को एकजुट रखने की रणनीति के तौर पर देखी जा रही है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यह मुलाकात सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि संवाद की शुरुआत है, तो आने वाले हफ्तों में कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति में कुछ सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

दिल्ली दौरे में दिखेगा सुक्खू का राष्ट्रीय चेहरा

इस सब  बीच मुख्यमंत्री 24 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुख्यमंत्रियों की बैठक में शिरकत करने दिल्ली जाएंगे। वहां वे तुर्की से सेब आयात के मुद्दे को प्रमुखता से उठाएंगे। हिमाचल के सेब उत्पादकों पर मंडरा रहे संकट को देखते हुए सुक्खू आयात शुल्क बढ़ाने की मांग करेंगे। ताकि प्रदेश के बागवानों के हितों की रक्षा की जा सके।

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