#राजनीति
July 28, 2025
नहीं थम रहा सराज विवाद : BJP पर बरसे जगत नेगी, बोले- तिरंगे का हुआ अपमान, मैं भागा नहीं...
राजस्व मंत्री नेगी बोले – तिरंगे का अपमान हुआ, देशद्रोह का मुकदमा बनता है
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के थुनाग में बागवानी कॉलेज को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने को लेकर मचा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कड़े शब्दों में विपक्ष और कुछ स्थानीय व्यापारियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा किचंद व्यापारियों को लाभ देने के लिए बच्चों की जान को खतरे में डालना किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है।
जगत नेगी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि थुनाग में भाजपा कार्यकर्ताओं और व्यापारियों ने उनके वाहन पर तिरंगे का अपमान किया। कुछ लोगों ने चप्पलनुमा वस्तुएं फेंकी, काले कपड़े लहराए और वाहन को घेरकर दबाव बनाने की कोशिश की। नेगी ने चेताया कि ऐसे कृत्य पर देशद्रोह का मामला बन सकता है। बता दें कि इस घटना में तिरंगे का अपमान करने का भी आरोप लगाया है। पुलिस ने पहले से दर्ज मामले में राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम के तहत तिरंगे के अपमान से जुड़ी धाराएं भी जोड़ी हैं।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि कॉलेज को शिफ्ट करने का निर्णय बच्चों और विश्वविद्यालय के परामर्श से लिया गया है। बच्चों ने कहा है कि 2023 और 2024 की घटनाओं के बाद वे वहां वापस नहीं जाना चाहते। थुनाग जैसे भूसंवेदनशील इलाके में छात्रों को किराये के जर्जर मकानों में रखना जान के जोखिम जैसा है।
नेगी ने दावा किया कि जिन लोगों के मकान बह गए उनसे बातचीत के दौरान कोई नाराज़गी सामने नहीं आई। उन्होंने कहा कि आम लोग सरकार की पुनर्वास नीति से संतुष्ट हैं, विरोध करने वाले वही लोग हैं जिनके निजी हित प्रभावित हो रहे हैं।
BJP द्वारा लगाए गए आरोप कि मंत्री भाग खड़े हुए, पर नेगी ने कहा कि क्या मैं स्थायी तौर पर वहां रहने गया था? मैं मंडी के विभिन्न आपदा प्रभावित क्षेत्रों में दौरे पर था। ये दायित्व निभाना मेरा कर्तव्य है, न कि किसी राजनीतिक स्टंट का हिस्सा बनना। मैं भागा नहीं था, बल्कि लोगों को राहत पहुंचाने वहां गया था।
राजस्व मंत्री ने BJP पर तंज कसते हुए कहा कि वो लोग जो खुद राहत वितरण में पारदर्शिता नहीं रख सके, अब सरकार पर उंगली उठा रहे हैं। साथ ही उन्होंने डॉ. बिंदल पर पलटवार करते हुए कहा कि शर्मनाक घटना कॉलेज शिफ्टिंग नहीं, राष्ट्रीय ध्वज के अपमान की है।