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July 19, 2025

सीएम सुक्खू के इस विधायक ने खोला अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा, जनता से कर डाली ये अपील

कांग्रेस विधायक ने जनता से की अपील, ना भरें बढ़े हुए बिजली बिल

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CM Sukhu kullu sunder singh thakur

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में जल शक्ति विभाग द्वारा जारी किए गए भारी.भरकम पानी के बिलों को लेकर जनता में गुस्सा चरम पर है। लेकिन इस बार चौंकाने वाली बात यह रही कि इस जनविरोध की अगुवाई खुद कांग्रेस के अपने विधायक कर रहे हैं। कुल्लू सदर से कांग्रेस विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने प्रदेश की सुक्खू सरकार के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोलते हुए जनता से अपील की है कि वे फिलहाल पानी के बिलों का भुगतान न करें।

विधायक ने जनता से की अपील

विधायक की यह अपील तब सामने आई जब जल शक्ति विभाग ने कुल्लू में नए टैरिफ के तहत 300 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी के साथ अक्टूबर से दिसंबर 2024 तक के पानी के बिल जारी किए। अचानक आए इन भारी-भरकम बिलों ने आम उपभोक्ताओं को सकते में डाल दिया है। कई परिवारों को एकमुश्त हजारों रुपए चुकाने का नोटिस मिला है।

 

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शिमला की तर्ज पर नहीं चल सकता कुल्लू

विधायक सुंदर ठाकुर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर साफ कहा कि कुल्लू की भौगोलिक परिस्थिति और पानी की आपूर्ति का सिस्टम शिमला से बिल्कुल अलग है। शिमला में जहां बिजली से पंपिंग के जरिए पानी लिफ्ट किया जाता है, वहीं कुल्लू में ग्रेविटी सिस्टम से सप्लाई होती है। ऐसे में दोनों शहरों पर एक जैसा टैरिफ थोपना सरासर गलत है।

उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुखेश अग्निहोत्री के समक्ष भी उठाया है, लेकिन जब तक संशोधन नहीं होता, जनता बिलों का भुगतान न करे। 

 

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जनता के बीच नाराज़गी, विधायक के तेवर तीखे

कुल्लू के वार्ड नंबर 4 समेत कई क्षेत्रों में लोगों ने पिछले हफ्तों में  एडीएम कुल्लू अश्विनी कुमार से भी मुलाकात की थी और बिलों की बढ़ोतरी पर कड़ा ऐतराज जताया। स्थानीय पार्षद दानवेंद्र सिंह का कहना है कि टैरिफ में अचानक की गई यह 300 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि बिना जनसुनवाई और पूर्व सूचना के की गई, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उल्लंघन है। पूर्व अधिकारी मोतीलाल शर्मा ने तो यह भी आरोप लगाया कि विभाग के कर्मचारी बिना किसी रीडिंग के मनमाने ढंग से ऑफिस में बैठकर बिल बना रहे हैं। उनका कहना है कि यदि समय पर बिल दिए जाते तो आम जनता इतनी परेशान न होती।

 

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कांग्रेस के भीतर से ही सरकार पर सवाल

यह पहला मौका नहीं है है जब सत्ताधारी दल का कोई विधायक इस कदर सार्वजनिक रूप से अपनी ही सरकार के खिलाफ खड़ा हुआ हो। इससे पहले एचपीटीडीसी के होटल बंद करने केो लेकर नगरोटा के विधायक  और एचपीटीडीएस के चेयरमैन आरएस बाली ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था, उसके बाद सीएम सुक्खू को अपना फैसला वापस लेना पड़ा था। अब देखना यह है कि सुंदर सिंह ठाकुर की बगावत का सुक्खू सरकार पर क्या असर पड़ता है। सूत्रों की मानें तो विधायक ठाकुर इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाने की तैयारी में हैं और यदि जरूरत पड़ी तो कानूनी लड़ाई का रास्ता अपनाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

 

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