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January 31, 2025
धवाला ने बढ़ाई BJP की टेंशन, नाराज नेताओं के साथ की बैठक; बोले-अपमान का घूंट नहीं पिएंगे
धवाला की बैठक में पहुंचे भाजपा के नाराज नेता
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देहरा (कांगड़ा)। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुए नेताओं ने भाजपा के अंदरखाते उथलपुथल मचा दी है। नए नेताओं के आने से पुराने नेताओं की अनदेखी पर भाजपा के कई नेता अपनी ही पार्टी से मुखर होने लगे हैं। जिसमें एक नेता तो खुलेआम बगावत पर उतर आया है। हम बात कर रहे हैं, भाजपा के कभी फायर ब्रांड नेता कहे जाने वाले रमेश धवाला की।
पूर्व मंत्री रहे रमेश धवाला ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ विरोध के सुर तेज कर दिए हैं। आज शुक्रवार को रमेश धवाला ने देहरा में पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं के साथ एक बैठक की है। जिसमें उन्होंने पार्टी में पुराने नेताओं की हो रही अनदेखी को लेकर चर्चा की है। बताया जा रहा है कि धवाला की इस बैठक में 50 से अधिक नेता पहुंचे हुए थे। धवाला की इस बैठक ने एक बार फिर भाजपा के अंदरखाते सियासी माहौल को गरमा दिया है।
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रमेश धवाला द्वारा बुलाई गई बैठक में निर्णय लिया गया है कि जल्द ही जवालाजी में एक बड़ी बैठक बुलाई जाएगी। इस बैठक में प्रदेश भर के उन सभी नेताओं को बुलाया जाएगा, जिन्हें पार्टी ने साइडलाइन लगा दिया है और जो पार्टी से नाराज चल रहे हैं। जिसके बाद थर्ड फ्रंट को लेकर बड़ा फैसला लिया जाएगा। रमेश धवाला ने कहा कि उन्होंने और उनके जैसे कई पुराने नेताओं ने पार्टी को अपने खून से सींचा था, लेकिन आज बाहर से आए नेताओं के लिए पार्टी अपने पुराने नेताओं को साइड लाइन लगा रही है।
रमेश धवाला ने कहा कि उन्हें प्रदेश भर के कई ऐसे नेताओं के फोन आए हैं, जो पार्टी में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे हैं। यह लोग बीजेपी नेताओं की मनमानी से आहत हैं। रमेश धवाला ने कहा कि जो लोग एक साल पहले भाजपा को गाली देते थे, आज भाजपा के नेता उन्ही नेताओं को गले लगा रहे हैं और उन्हें ही तव्वजो दी जा रही है। धवाला ने कहा कि अब वह चुप नहीं बैठेंगे।
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बैठक को संबोधित करते हुए धवाला ने कहा कि असली बीजेपी नेता और वर्कर पुराने लोग हैं, जो अब नए लोग दूसरी पार्टी को छोड़ कर आ रहे हैं, वह नकली भाजपा नेता और वर्कर हैं। रमेश धवाला ने साफ कर दिया कि जवालाजी में बड़ी बैठक कर एक हुंकार भरी जाएगी, अब हम अपमान का घूंट नहीं पिएंगे। जिस पार्टी को हमने तिनका.तिनका जोड़कर बनाया, उसे अब तिनका.तिनका कर दिया गया है।
माना जा रहा है कि रमेश धवाला का यह बयान सीधे सीधे पार्टी के नेतृत्व पर हमला है। वहीं पार्टी नेतृत्व की नींद भी रमेश धवाला के बिगड़ते सुरों से उड़ी हुई है। ऐसे में अब धवाला नाराज नेताओं को एकजुट करने में कामयाब हुए, तो प्रदेश भाजपा के लिए यह बड़ा झटका साबित हो सकता है।
बता दें कि रमेश धवाला के इस ऐलान के बाद पार्टी नेतृत्व में सियासी गरमाहट आ गई है। पूरे प्रदेश में भाजपा के अंदर चल रही गुटबाजी को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। रमेश धवाला की बात को कहीं ना कहीं भाजपा के पूर्व सीएम शांता कुमार का भी समर्थन प्राप्त है। शांता कुमार ने भी अभी हाल ही में बयान जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी में नए नेताओं का स्वागत होना चाहिए, लेकिन पुराने नेताओं को भी पार्टी में पूरा मान सम्मान मिलना चाहिए।
सूत्रों की माने तो रमेश धवाला जल्द पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर, पूर्व मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा, पूर्व सांसद कृपाल परमार, पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, पूर्व विधायक बलदेव ठाकुर इत्यादि से संपर्क करके तीसरा मोर्चा बनाने को लेकर चर्चा करेंगे। इनमें से कुछ नेताओं ने तो धवाला को फोन करके उनके बागी तेवर का समर्थन किया है और जल्द खुलकर सामने आने की बात कही है।
बता दें कि बीते साल राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोट किया और भाजपा के राज्यसभा सांसद को जीत दिलवाई। उसके बाद यह सभी भाजपा में शामिल हो गए और सभी ने अपनी विधायकी से इस्तीफा दे दिया। जब सभी 9 सीटों पर उपचुनाव हुए तो भाजपा ने इन सभी कांग्रेस के बागी और तीन निर्दलीय को टिकट दे दिया। जिसके बाद से भाजपा के पुराने नेता अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे हैं।