#राजनीति
September 30, 2025
लंदन से लौटे सीएम सुक्खू मोदी सरकार पर बरसे, बोले-दो साल बाद राहत पैकेज का फायदा नहीं
सीएम सुक्खू ने केसीसी बैंक में ईडी जांच पर कही बड़ी बात
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने लंदन दौरे से वापस लौट आए हैं। लंदन से लौटते ही सीएम सुक्खू ने जहां केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है, वहीं उन्होंने प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के विदेश दौरे पर हुई किरकिरी और केसीसी में ईडी जांच को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
आपदा राहत पैकेज को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सीएम सुक्खू ने का कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2023 में हिमाचल प्रदेश के लिए 1500 करोड़ रुपए की सहायता की घोषणा की थी, लेकिन अब तक इसका कोई अता-पता नहीं है। सीएम ने सवाल उठाया कि प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा से कई लोग प्रभावित हुए हैं। उन्हें तुरंत राहत की जरूरत है। ऐसे में अगर मोदी सरकार तुरंत राहत ना देकर दो साल बाद पैकेज दे तो इसका कोई मतलब नहीं रह जाता है।
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बता दें कि मुख्यमंत्री सुक्खू जब लंदन में थे, तभी हिमाचल प्रदेश में कई तरह के राजनीतिक विवाद उठ खड़े हुए थे। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के 24 करोड़ के वन टाइम सेटलमेंट का मुद्दा प्रदेशभर में गूंजा। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल के प्रस्तावित विदेश दौरे पर भी विपक्ष ने सवाल उठाए। विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी में सरकार को कठघरे में खड़ा किया। अब लौटकर सीएम सुक्खू ने इन सभी मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
सीएम सुक्खू ने साफ किया कि उनकी सरकार ने किसी तरह की वन टाइम सेटलमेंट की मांग नहीं की। आरबीआई की अनुमति के बाद ही ऐसी प्रक्रिया होती है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा कोऑपरेटिव बैंक में पिछले सात-आठ वर्षों से लगातार गड़बड़ियां हो रही थीं, इसलिए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को भंग करना पड़ा। इस मामले की जांच अब ईडी कर रही है और जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी। सीएम ने यह भी कहा कि लोन सेटलमेंट किसानों की होनी चाहिए, न कि किसी और के लाभ के लिए।
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स्वास्थ्य मंत्री के विदेश दौरे को लेकर उठे विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी मंत्री विदेश तभी जाता है जब उसे सीएम की मंजूरी मिलती है। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस दौरे को अप्रूव ही नहीं किया था, ऐसे में इस मुद्दे पर बवाल मचाना गलत है।
लंदन दौरे पर विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि यह उनका निजी दौरा था, जिसमें सरकारी खजाने से एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि बेटी का चयन लंदन यूनिवर्सिटी में अपनी योग्यता से हुआ और वे उसके दाखिले के लिए गए थे। इस दौरान भी वे लगातार चीफ सेक्रेटरी और मंत्रियों से संपर्क में रहे और सरकार का कामकाज प्रभावित नहीं हुआ।
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सीएम सुक्खू ने यह भी स्पष्ट किया कि हिमाचल सरकार आपदा प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद देगी। जिनके घर पूरी तरह टूट गए हैं, उन्हें सात लाख रुपये नए मकान बनाने के लिए दिए जाएंगे। वहीं जिनका खेत, बगीचे, पशु या दुकानें तबाह हुई हैं, उन्हें भी मुआवजा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी इन मुद्दों पर राजनीति न करे। उनकी सरकार जनता के हितों के लिए काम कर रही है और आपदा पीड़ितों को राहत पहुंचाने को लेकर प्रतिबद्ध है।