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March 26, 2025

हैप्पी बर्थडे CM साहब: मां का आशीर्वाद- पत्नी का साथ, संघर्ष भरा रहा 'सुक्खू भाई' से मुख्यमंत्री तक का सफर

61 साल के हुए CM सुक्खू

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CM SUKU

शिमला। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुक्खविंदर सिंह सुक्खू आज अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं। बता दें कि उनके जन्मदिन के अवसर पर सुबह से भी ढेरों शुभकामनाएं आना शुरू हो गई है। कांग्रेस की ओर से सीएम के जन्मदिन पर आज खास कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। सीएम सुक्खू के बर्थडे पर आइए जानते हैं कैसे चालक के बेटे ने शुरू किया राजनीति का सफर और बने हिमाचल के 15वें मुख्यमत्री। 

चालक के परिवार में जन्मे

सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक हस्ती हैं। उनका जन्म 26 मार्च 1964 को हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले की नादौन तहसील के सेरा गांव में हुआ। उनके पिता रसील सिंह हिमाचल पथ परिवहन निगम शिमला में चालक थे, जबकि उनकी मां संसार देई गृहिणी थीं। सुक्खू का जीवन एक साधारण और विनम्र परिवार से था, और उन्होंने जीवन के कठिन सफर को संघर्षों के बीच तय किया।

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शिक्षा और प्रारंभिक संघर्ष

सुक्खू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शिमला के सरकारी हाई स्कूल, कसुम्पटी से प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, संजौली से स्नातक की डिग्री हासिल की और फिर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला से कानून और राजनीति विज्ञान में मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) और एलएलबी की डिग्री पूरी की।  

अपने परिवार के आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सुक्खू ने अपनी पढ़ाई के दौरान विभिन्न छोटे-छोटे काम किए, जैसे दूध बेचना और अखबार डालना। इन कार्यों से उनकी मेहनत और संघर्ष की झलक मिलती है। 

राजनीतिक करियर की शुरुआत

सुखविंदर सिंह सुक्खू का राजनीतिक जीवन 17 साल की उम्र में शुरू हुआ। वह कांग्रेस पार्टी से जुड़े और एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) से अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की। इसके बाद वह 1989 से 1995 तक एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष रहे। उन्होंने 1992 से 1997 तक शिमला नगर निगम के पार्षद के रूप में कार्य किया और फिर 1997 से 2002 तक पुनः पार्षद चुने गए।  

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विधानसभा चुनाव में भागीदारी

सुक्खू की राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उन्होंने 1998 से 2008 तक युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2003 में वह पहली बार नादौन विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। इसके बाद उन्होंने 2007 और 2017 में भी नादौन से विधानसभा चुनाव जीते, लेकिन 2012 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 

पार्टी में नेतृत्व और सफलता

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 2013 से 2019 तक हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में पार्टी के नेतृत्व का कार्यभार संभाला। उनकी अध्यक्षता में कांग्रेस ने कई महत्वपूर्ण राजनीतिक मोर्चों पर काम किया।  वह 2022 के हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में नादौन विधानसभा क्षेत्र से पुनः विजयी रहे और कांग्रेस पार्टी के प्रचार समिति के अध्यक्ष के रूप में राज्य की जनता के बीच लोकप्रिय हुए। 

सीएम बनने तक की यात्रा

सुक्खू के राजनीतिक सफर में कई बार उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों का दायित्व निभाया, लेकिन उन्हें कभी राज्य मंत्री या किसी अन्य उच्च पद पर नहीं नियुक्त किया गया। फिर भी उन्होंने पार्टी की मजबूती और विकास में अहम भूमिका निभाई। उनकी कड़ी मेहनत और पार्टी के प्रति वफादारी ने उन्हें प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का अवसर प्रदान किया। 

व्यक्तिगत जीवन

सुखविंदर सिंह सुक्खू का परिवार एक साधारण और खुशहाल जीवन जीता है। उन्होंने 11 जून 1998 को कमलेश ठाकुर से शादी की, और उनके दो बेटियां हैं जो दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई कर रही हैं। 

परिवार:  

- पिता का नाम: रसील सिंह और माता- संसार देवी
  - पत्नी: कमलेश ठाकुर  
  - दो बेटियां, जो दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही हैं

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राजनीतिक यात्रा:  

- 1989-1995: एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष  
  - 1992-2002: शिमला नगर निगम के पार्षद  
  - 2003: नादौन विधानसभा से पहली बार विधायक चुने गए  
  - 2007 और 2017 में पुनः विधायक चुने गए  
  - 2013 से 2019 तक हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष  
  - 2022 में नादौन से फिर विधायक चुने गए  
  - 2022 में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने

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