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September 23, 2025

हिमाचल कांग्रेस की हिलने लगी नींव: पूर्व मंत्री ने उठाए सवाल, बोले- फील्ड में शून्य हो रही पार्टी

हिमाचल में कांग्रेस संगठन का गठन ना होने पर उठाए सवाल

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kaul sing thakur

मंडी। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में संगठनात्मक शिथिलता को लेकर असंतोष एक बार फिर सतह पर आ गया है। प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह ठाकुर ने मंगलवार को मंडी में कांग्रेस की संगठनात्मक स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पार्टी के पास केवल एक अध्यक्ष है, जबकि ब्लॉक से लेकर जिला और प्रदेश स्तर तक संगठन पूरी तरह शून्य है। पंचायत चुनावों जैसे महत्वपूर्ण अवसर सामने हैं, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता भ्रम की स्थिति में हैं क्योंकि संगठनात्मक ढांचा ही मौजूद नहीं है।

पंचायत चुनाव सिर पर और संगठन का नहीं हुआ गठन

कौल सिंह ने कांग्रेस हाईकमान से आग्रह किया कि प्रदेश में जल्द से जल्द कार्यकारिणी का गठन किया जाए, ताकि पार्टी बूथ स्तर तक सक्रिय हो सके और पंचायत चुनावों में प्रभावी भागीदारी निभा सके। उन्होंने कहा कि पार्टी की बैठकों का कोई स्वरूप नहीं है। न ब्लॉक अध्यक्ष हैं, न अन्य पदाधिकारी। आखिर बैठकें कौन बुलाएगा, जब कोई ज़िम्मेदार ही नहीं है, तो संगठनात्मक गतिविधियां कैसे होंगी।

 

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बार.बार उठ चुका है संगठन गठन का मुद्दा

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता ने संगठन के न होने पर सवाल उठाया है। इससे पहले भी कई कांग्रेस नेता जिनमें पूर्व मंत्री विधायक और पदाधिकारी शामिल हैं प्रदेश संगठन के गठन में हो रही देरी पर नाराज़गी जता चुके हैं। कई बार बैठकें बुलाई गईं, सुझाव दिए गए, यहां तक कि प्रस्ताव भेजे गए, लेकिन संगठन गठित करने की दिशा में कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया गया है।

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भाजपा पर भी साधा निशाना

ठाकुर कौल सिंह ने भाजपा को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी स्लैब घटाने के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि जब जीएसटी लागू किया गया था, तब राहुल गांधी ने चार स्लैब बनाने की सलाह दी थी, लेकिन केंद्र ने तब उसे नज़रअंदाज़ कर दिया। अब वही सरकार दो स्लैब खत्म करके खुद को क्रांतिकारी बता रही है। ये देरी से लिया गया फैसला है और स्लैब अभी भी ज़्यादा हैं।

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उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा आपदा के बीच जश्न मनाने की आलोचना करते हुए कहा कि यह जनता की तकलीफों का मज़ाक है। राज्य आपदा से जूझ रहा है, लोग बेघर हैं, सैकड़ों परिवार तबाह हो गए, और ऐसे समय में भाजपा नेता जश्न में मशगूल हैं। यह संवेदनहीनता का चरम है। 

सांसद पर अप्रत्यक्ष हमला

द्रंग क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा और जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थिति पर भी कौल सिंह ने नाराज़गी जताई। उन्होंने बिना नाम लिए मंडी से सांसद कंगना रनौत पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता अब समझने लगी है कि सांसद को चुनकर गलती हुई है। इस कठिन समय में सांसद और कुछ मंत्री क्षेत्र में नजर नहीं आ रहे।

प्रधानमंत्री का आभार, लेकिन राहत में भेदभाव न हो

कौल सिंह ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्य को 1500 करोड़ रुपये की फौरी राहत देने के लिए आभार जताया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि इस राहत राशि के वितरण में किसी प्रकार का राजनीतिक भेदभाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने मंडी की ऊहल नदी पर बनी पेयजल योजना के स्रोत को भी गलत जगह बताया और कहा कि भविष्य की योजनाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है।

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