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July 8, 2025

प्रतिभा सिंह ने घेरी कंगना: कहा- 5 करोड़ मिलती है सांसद निधि; फिर भी फंड का रो रही रोना

प्रतिभा सिंह बोली कंगना सांसद निधि से कर सकती लोगों की मदद

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Pratibha singh kangana ranaut

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में इन दिनों सांसद कंगना रनौत को लेकर सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। बीते दिनों आपदा प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान कंगना रनौत द्वारा फंड न होने, कैबिनेट न होने और अधिकारियों की कमी, जैसे बयानों पर अब कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह दोनों ने ही कंगना के बयानों को गैर.जिम्मेदाराना करार देते हुए उन्हें उनकी संवैधानिक और मानवीय जिम्मेदारियों की याद दिलाई है।

प्रतिभा सिंह का सीधा वार

हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कंगना रनौत पर सीधा हमला करते हुए कहा कि सांसद को हर साल भारत सरकार की ओर से पांच करोड़ रुपए की सांसद निधि दी जाती है, यानी पांच साल में कुल 25 करोड़। ऐसे में कंगना का यह कहना कि उनके पास फंड नहीं है, पूरी तरह से हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि कंगना चाहें तो आपदा प्रभावित इलाकों में राशन वितरण, सड़क व रास्तों की मरम्मत जैसे कामों में सांसद निधि का इस्तेमाल कर सकती हैं। मगर वह फंड और प्रशासनिक व्यवस्था न होने की बात कहकर अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही हैं।

 

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प्रतिभा सिंह ने यह भी कहा कि अगर कंगना वास्तव में आपदा पीड़ितों के दुख को समझतीं, तो संसद में हिमाचल के लिए विशेष राहत पैकेज की मांग करतीं और प्रधानमंत्री से मिलकर प्रदेश की स्थिति पर संजीदगी दिखातीं। लेकिन मंडी की सांसद को तो सोशल मीडिया से ही फुरसत नहीं है। मंडी की जनता उन्हें सांसद बनाकर अब बुरी तरह से पछता रही है।

मंडी की जनता पछता रही है

प्रतिभा सिंह ने कहा कि मंडी की जनता अब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। ऐसे आपातकालीन समय में लोगों को अपनी सांसद से सहयोग और साथ की उम्मीद थी, मगर कंगना का रवैया उल्टा साबित हो रहा है। एक तरफ जहां लोगों ने अपना सब कुछ खो दिया है। उन लोगों के बीच में खड़ी होकर मीडिया से खिलखिला कर हंस रही है। कंगना की इस प्रतिक्रिया पर प्रतिभा सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, वे गले लगाकर रो रहे हैं और मदद मांग रहे हैं। ऐसे वक्त में एक सांसद का कर्तव्य है कि वह गंभीरता से उनकी जरूरतों को समझे, न कि कैमरे के सामने मुस्कुराए।

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विक्रमादित्य सिंह ने भी कसा था तंज

इससे पहले प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी कंगना के बयानों पर तंज कस चुके हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था, कि लोगों की मदद करने के लिए किसी कैबिनेट या अधिकारियों की जरूरत नहीं होती। अगर मन में दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो अपने दम पर भी लोगों की मदद की जा सकती है।

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पवन खेड़ा ने भी मांगा इस्तीफा

कंगना के विवादित बयानों और आपदा के समय मुस्कुराते हुए प्रतिक्रिया देने पर कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो नेता त्रासदी के समय गंभीरता नहीं दिखा सकता, उसे पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। कंगना को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।

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