#विविध
July 8, 2025
हिमाचल का होनहार व्लॉगर- बेघर हुए लोगों के लिए YouTube से कमाए 7 लाख, बाढ़ में बहे थे आशियाने
प्राकृतिक बाढ़ ने कई परिवारों को बेघर कर दिया
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कुल्लू। जहां चाह, वहां राह- इस कहावत को साकार कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश की सैंज घाटी के शांघड़ गांव निवासी संजय चौहान ने। एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले संजय आज सोशल मीडिया की दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम हैं।
संजय चौहान ने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे नेक हों और सोच सकारात्मक हो, तो इंटरनेट के प्लेटफार्म का उपयोग समाजसेवा और प्रेरणा के लिए भी किया जा सकता है। आज संजय सबके लिए प्रेरणा बन गए हैं।
संजय चौहान, राजू चौहान के पुत्र हैं। वह एक यूट्यूब व्लॉगर और ट्रैवल फोटोग्राफर के तौर पर न केवल अपने गांव बल्कि पूरे कुल्लू जिले में लोकप्रिय हैं। संजय के यूट्यूब चैनल पर
5 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं।
लोग संजय की शानदार वीडियो एडिटिंग, सच्चे अनुभवों और लोकल संस्कृति की प्रस्तुति के दीवाने हैं। लोग संजय द्वारा बनाई गई वीडियोज ना सिर्फ मनोरंजन करते हैं बल्कि हिमाचल की वादियों, संस्कृति और कठिन जीवन को दुनिया के सामने लाते हैं।
हाल ही में जब सैंज घाटी में अचानक आई प्राकृतिक बाढ़ ने कई परिवारों को बेघर कर दिया, तब संजय ने सिर्फ संवेदना व्यक्त करने तक खुद को सीमित नहीं रखा। उन्होंने अपने चैनल के माध्यम से लोगों से मदद की अपील की और महज कुछ दिनों में 7 लाख रुपये की धनराशि इकट्ठा कर पीड़ित परिवारों तक पहुंचाई।
इस मानवीय पहल से संजय ना केवल एक ब्लॉगर बल्कि घाटी के संकटमोचक बनकर उभरे हैं। स्थानीय पंचायतों और जनप्रतिनिधियों ने भी संजय के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें युवाओं का प्रेरणास्त्रोत बताया है। लोगों का कहना है कि संजय द्वारा की गई मदद से कई लोग दो वक्त का खाना खा सकेंगे।
संजय की यह सफलता आज के युवाओं के लिए यह संदेश है कि सोशल मीडिया सिर्फ ग्लैमर या दिखावे का माध्यम नहीं, बल्कि सकारात्मक बदलाव और सामाजिक जागरूकता का सशक्त मंच भी हो सकता है। शांघड़ जैसे छोटे गांव से निकला यह युवा अब हिमाचल की नई पीढ़ी का चेहरा बन चुका है- सादगी, संवेदना और समर्पण का प्रतीक।