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March 10, 2025

जयराम सरकार ने बिगाड़ी हिमाचल की आर्थिक स्थिति, सीएम सुक्खू ने साधा निशाना

राज्यपाल के अभिभाषण के बाद जयराम सरकार पर बरसे सीएम सुक्खू

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CM Sukhu comments jai ram thakur

शिमला। हिमाचल प्रदेश में आज राज्यपाल के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरूआत हो गई है। विधानसभा में राज्यपाल का अभिभाषण हुआ। जिसमें सरकार की उपलब्धियां गिनाई गईं। राज्यपाल के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम सुक्खू ने कहा कि इस अभिभाषण में प्रदेश की कांग्रेस सरकार के व्यवस्था परिवर्तन के माध्यम से किए गए नीतिगत बदलाव को प्रस्तुत किया गया। 

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इस दौरान सीएम सुक्खू ने पूर्व की जयराम सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सत्ता संभालने के वक्त प्रदेश में न तो क्वालिटी एजुकेशन थी और ना ही क्वालिटी हेल्थ सिस्टम, शिक्षा क्षेत्र में हिमाचल 21वें स्थान पर था जिसे नीतिगत परिवर्तन से पहले स्थान पर लाया गया। सीएम सुक्खू ने भाजपा पर प्रदेश सरकार को आर्थिक दुर्दशा में छोड़कर जाने के भी आरोप जड़े।

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केंद्र खैरात नहीं हमारा हक दे रहा

इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा कि केंद्र से आने वाले भाजपा के कुछ नेता अकसर कहते हैं कि यदि केंद्रीय अनुदान न मिले तो प्रदेश सरकार नहीं चल सकती है। सीएम ने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो भी भाजपा शासित राज्यों की सरकारों को केंद्रीय अनुदान मिलता था। हम कोई खैरात नहीं मांग रहे हैं। संविधान के दिए अधिकारों के तहत प्रदेश का हक मांग रहे हैं।

 

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प्रदेश की संपदा का सही हक मिले तो प्रदेश सबसे अमीर राज्य

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल गरीब राज्य नहीं है। यदि प्रदेश को उसकी संपदा का पूरा हक मिले तो हिमाचल को देश का सबसे अमीर राज्य बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि एसजीवीएलएल प्रदेश के पानी से आज 67 हजार करोड़ रुपए की कंपनी बन गई है, जबकि राज्य का बजट 58 हजार करोड़ है। ऐसे में राज्य को उसकी बहुमूल्य संपदा का पूरा हक मिलना चाहिए।

जीएसटी से हो रहा नुकसान

इसी तरह से जब जीएसटी लागू नहीं हुआ था, तब हिमाचल को वैट और एक्साइज के रूप में हर वर्ष 3800 करोड़ रुपए राजस्व मिलता था। अकेले औद्योगिक क्षेत्र बद्दी से ही तीन हजार करोड़ रुपए आता था। लेकिन अब जब जीएसटी लागू हुआ है तब से प्रदेश को महज जीएसटी के रूप में 200 से 250 करोड़ मिल रहा है।

 

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मंदिरों के पैसों पर क्या बोले सीएम

इस दौरान सीएम सुक्खू ने भाजपा द्वारा मंदिरों से पैसे लेने के आरोपों पर कहा कि मंदिरों में जनहित योजनाएं चलाने के एसओपी बनी होती है। कोविड काल में पूर्व जयराम सरकार ने कोरोना फंड के नाम पर मंदिरों से 28 करोड़ लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भाजपा मंदिरों से पैसा ले तो वह पुण्य है और सरकार ले तो पाप। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी योजनाओं के लिए पूरा बजट का प्रावधान किया गया है।

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