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February 4, 2025

CM सुक्खू बोले: बैठक में आना चाहते थे BJP विधायक, जयराम के अड़ियल रवैये ने रोका

पांच गुटों में बंटी भाजपा लड़ रही अपने अस्तित्व की लड़ाई

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CM Sukhu Jai ram thakur

शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा बजट सत्र के लिए बुलाई विधायक प्राथमिकता बैठकों का भाजपा विधायकों ने बहिष्कार कर दिया। अब इस मामले पर सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। एक तरफ जयराम ठाकुर ने प्राथमिकता बैठकों में ना जाने के लिए सुक्खू सरकार को दोषी ठहराया है और कहा कि जब विधायकों की डीपीआर ही नहीं बनाई जा रही तो प्राथमिकता बैठकों में जाने का क्या लाभ। 

बैठक में आना चाहते थे बीजेपी विधायक

अब इस मामले में सीएम सुक्खू ने जयराम ठाकुर द्वारा लगाए गए भेदभाव के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि भाजपा के अधिकतर विधायक प्राथमिकता बैठक में आना चाहते थे। वह मुझसे संपर्क भी कर रहे थे, लेकिन विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर के अड़ियल रवैय ने इन विधायकों को प्राथमिकता बैठकों में नहीं आने दिया। 

 

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बीजेपी विधायक दल जयराम की नहीं सुनता बात

सीएम सुक्खू ने सत्ता में आने के बाद अपने दो साल के कार्यकाल में भाजपा विधायकों के कामों के आंकड़े भी पेश किए और कहा कि यह आंकड़े झूठे नहीं हैं। जयराम ठाकुर को जनता को बहकाने की आदत पड़ चुकी है। वह आए दिन उल्टी सीधी बातें करते रहते हैं। जबकि कांग्रेस सरकार जब से सत्ता में आई है, तभी से बिना किसी भेदभाव के पूरे हिमाचल के विकास को आगे बढ़ा रही है।

 

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पांच गुटों में बंटी भाजपा

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि भाजपा में अंर्तकलह चल रही है। भाजपा पांच पांच गुटों में बंट चुक है और अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। अब तो ऐसा समय आ गया है कि भाजपा का विधायक दल जयराम ठाकुर की बात नहीं सुनता है। जयराम ठाकुर बीजेपी की इसी अंतर्कलह को छिपाने के लिए जनता के बीच उलटी सीधे बयान देते रहते हैं। 

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प्राथमिकता बैठकों में क्यों नहीं आए भाजपा विधायक

बता दें कि इससे पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधायक प्राथमिकता की बैठकों में ना जाने की बजह बताई थी। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस भाजपा विधायकों के काम नहीं कर रही है। भाजपा विधायकों की कोई डीपीआर नहीं की जा रही है। सार्वजनिक मंचांे पर भाजपा विधायकों को नहीं बुलाया जा रहा है, हारे हुए नेता मंचों पर भाषण दे रहे हैं। ऐसे में प्राथमिकता बैठकों में जाने का कोई औचित्य नहीं है।

सुक्खू सरकार ने पेश किए थे आंकड़े

वहीं जयराम के इस बयान के बाद सीएम सुक्खू ने कहा कि जब से हमारी सरकार बनी है, तब से अब तक दो सालों में भाजपा विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में सबसे अधिक नाबार्ड का पैसा गया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज को 50 करोड़ रुपए दिया गया जिसकी लिमिट पूरी हो चुकी है। सराज को कुल मिलाकर 172 करोड़ 44 लाख रुपए नाबार्ड के तहज जा चुका है। इसी तरहसे नैना देवी में 124 करोड़ रुपए, करसोग विधानसभा को 127 करोड़ रुपए दिए गए हैं।

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भाजपा ने दी सबूत पेश करने की दी थी चुनौती

हालंाकि भाजपा के विधायक रणधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के आंकड़ों को गलत बताया और इन आंकड़ों के सबूत पेश करने की चुनौती भी दी है। रणधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री पर झूठे आंकड़े पेश करने के अलावा प्रदेश को आर्थिक दिवालियापन की ओर ले जाने के भी आरोप लगाए हैं।

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