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April 18, 2025

CM सुक्खू ने अनिरुद्ध सिंह को दूत बनाकर डिप्टी सीएम के पास क्यों भेजा? जानें इस मुलाकात का राज   

बंद कमरे में हुई मुलाकात से चर्चाओं का बाजार गर्म 

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Himachal Congress

शिमला। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू क्या अपने डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री से इस कदर नाराज हैं कि दोनों की बोलचाल तक बंद है? अगर यह सच है तो प्रदेश की सियासत के लिए यह एक गंभीर मसला है। क्या इसे सुलझाने के लिए सीएम ने गुरुवार शाम पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह को दूत बनाकर ऊना भेजा था?

डिप्टी सीएम को मनाने की कोशिश ?

अनिरुद्ध सिंह शिमला से सीधे हेलीकॉप्टर के जरिए मुकेश अग्निहोत्री से मिलने हरोली आए थे। इसकी वजह यह बताई जाती है कि सीएम के कामकाज से नाखुश डिप्टी सीएम ने पिछले दिनों दिल्ली जाकर आलाकमान के सामने सीएम सुक्खू की शिकायत कर दी थी। कांग्रेस आलाकमान ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया है, क्योंकि यह प्रदेश कांग्रेस के दो कद्दावर नेताओं के बीच टकराहट का मामला बनता दिख रहा है।  

 

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सीएम ने हेलीकॉप्टर से भेजा दूत

माना जा रहा है कि सीएम ने कल शाम अनिरुद्ध सिंह को दूत बनाकर डिप्टी सीएम तक सुक्खू की बात पहुंचाने के लिए ही हेलीकॉप्टर से भेजा था। हरोली में दोनों के बीच बंद कमरे में लंबी बात हुई है। हालांकि, बाद में अनिरुद्ध सिंह ने अपनी इस यात्रा को निजी बताया, लेकिन सरकारी हेलीकॉप्टर से एक मंत्री की डिप्टी सीएम के गृह क्षेत्र में लैंडिंग के पीछे राजनीतिक पंडित बड़े सियासी कारण गिना रहे हैं।

कार्यकारिणी को लेकर खींचतान 

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस कार्यकारिणी को भंग हुए अब 6 माह से ऊपर हो रहे हैं। हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल की रिपोर्ट भी आलाकमान को सौंपी जा चुकी है। इसके बावजूद अभी तक कार्यकारिणी का ऐलान नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं, सुक्खू कैबिनेट में एक मंत्री की जगह खाली है। इसी तरह बोर्ड और निगमों में कांग्रेस नेताओं की नियुक्तियां भी अभी तक नहीं हुई हैं। इन सारी प्रक्रियाओं में फैसला लेने में हो रही देरी से डिप्टी सीएम नाराज बताए जाते हैं।

 

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सियासी हल्कों में हालांकि, यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि सीएम सुक्खू अनिरुद्ध सिंह को हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहते हैं, क्योंकि मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का 3 साल का कार्यकाल इसी माह खत्म हो रहा है। ऐसे में डिप्टी सीएम की सहमति लेने के लिए अनिरुद्ध को हरोली भेजा गया था। वैसे, इस कयास में ज्यादा दम इसलिए नहीं है, क्योंकि अनिरुद्ध सीएम सुक्खू के करीबी हैं। इसलिए सीएम का यह दांव होलीलॉज खेमे को नाखुश कर सकता है, साथ ही सत्ता और संगठन दोनों में संतुलन भी प्रभावित होता है। 

पंचायत चुनाव से पहले कैबिनेट विस्तार

सुक्खू कैबिनेट में एक मंत्री की जगह खाली है और बाकी 11 मंत्रियों में से अकेले शिमला जिले के 3 मंत्री हैं। कैबिनेट में चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों को उतना प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है, जिसकी मांग लंबे समय से की जा रही है। चंबा से विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया भी मंत्री पद के दावेदार हैं। कांगड़ा के ज्वालाजी से विधायक संजय रत्न और पालमपुर से आशीष बुटैल की दावेदारी भी मजबूत है। जानकार सूत्रों के अनुसार, सुक्खू कुलदीप पठानिया को मंत्री बनाकर संजय रत्न को स्पीकर बनाने के मूड में हैं। अगर अनिरुद्ध सिंह को हिमाचल प्रदेश में पार्टी का अध्यक्ष बनाएं तो उनकी जगह कुल्लू से पूर्व सीपीएस सुंदरसिंह ठाकुर को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है।

 

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कैबिनेट फेरबदल के कयास 

सियासी गलियारों में चर्चा तो यह भी है कि कांगड़ा से मंत्री चंद्र कुमार और शिमला संसदीय क्षेत्र से स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल को मंत्रिमंडल से हटाकर दोनों को संगठन के कार्यो में लगाया जा सकता है। लेकिन धनीराम शांडिल की वरिष्ठता और राजनीतिक कद को देखते हुए सीएम सुक्खू के लिए यह फैसला लेना भी आसान नहीं होगा। लेकिन फिलहाल तो सीएम और डिप्टी सीएम के बीच बढ़ती दूरी कांग्रेस आलाकमान की पेशानी पर चिंता की लकीरें बढ़ा रही है।

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