#राजनीति
October 10, 2025
पंचायत चुनाव पर गरमाई सियासत, सीएम सुक्खू बोले- निश्चिंत रहे भाजपा; तय समय से पहले करवाएंगे
सीएम सुक्खू ने बताई पंचायत चुनावों की डेट
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज चुनाव को लेकर सियासत गर्मा गई है। राज्य सरकार द्वारा पंचायत चुनाव को फिलहाल स्थगित किए जाने के फैसले ने राजनीतिक माहौल में तूफान ला दिया है। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी सरकार पर चुनाव से भागने का आरोप लगा रही है। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी मुद्दों को तोड़.मरोड़ कर जनता का ध्यान भटकाने में लगी है। उन्होंने दो टूक कहा है कि हिमाचल में पंचायत चुनाव रद्द नहीं किए गए, केवल स्थगित हुए हैं। जैसे ही हालात सामान्य होंगे, चुनाव समय पर ही कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने स्पष्ट किया कि इस बार राज्य में 2023 से भी अधिक तबाही हुई है। भूस्खलन और लगातार बारिश ने प्रदेश की कई पंचायतों को जोड़ने वाली सड़कें तबाह कर दी हैं। अभी भी राहत एवं बहाली कार्य जारी हैं। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश डिजास्टर एक्ट के दायरे में है। सभी उपायुक्तों से चर्चा के बाद पंचायत चुनाव स्थगित करने का निर्णय लिया गया है, ताकि प्रशासन पूरी ताकत से राहत कार्यों में जुटा रह सके। अगर अधिकारी चुनावी ड्यूटी में लगेंगे तो आपदा प्रभावितों को राहत कौन देगा।
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सीएम सुक्खू ने भाजपा नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि आप निश्चंत रहें, हिमाचल प्रदेश में चुनाव समय पर ही होंगे। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव का समय 23 जनवरी तक है और हालात सामान्य होते ही चुनाव 23 जनवरी से पहले करवा दिए जाएंगे। पंचायत चुनाव से पीछे हटने का सवाल ही नहीं उठता है। ऐसे में भाजपा नेता सयंम रखें।
बता दें कि हिमाचल में पंचायत चुनाव स्थगित करने के फैसले पर भाजपा ने सुक्खू सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित अन्य भाजपा नेताओं ने सुक्खू सरकार पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस सरकार जनता के जनादेश से डर गई है और इसी कारण पंचायत चुनाव से भाग रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस लोकतंत्र की हत्या कर रही है। ठाकुर ने कहा कि अगर सरकार में हिम्मत होती तो हालात का बहाना बनाकर चुनाव टालने के बजाय पंचायत चुनाव समय पर करवाए जाते।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष का काम केवल बयानबाजी करना और जनता को गुमराह करना है। बीजेपी हर मुद्दे पर राजनीति करती है, लेकिन सरकार राहत और पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता दे रही है। जिनके घर टूट गए, जिनकी ज़मीन बह गई, उन्हें राहत देना हमारा पहला कर्तव्य है।
चुनावी बयानबाज़ी के बीच सीएम सुक्खू ने बीजेपी में मची गुटबाज़ी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा आज पांच गुटों में बंटी हुई है। जयराम ठाकुर, अनुराग ठाकुर, रमेश धवाला, हर्ष महाजन और राजीव बिंदल के अलग.अलग गुट खुलेआम दिख रहे हैं। मंडी में जो नारे लगे और नेताओं के बयानों से जो अंदरूनी खींचतान सामने आई है, उससे साफ है कि बीजेपी मुद्दों से ज़्यादा आपसी राजनीति में उलझी हुई है।
राज्य सरकार ने साफ किया है कि पंचायत चुनाव स्थगित ज़रूर किए गए हैं, लेकिन रद्द नहीं। सड़कों की बहाली और राहत कार्य पूरे होते ही चुनाव कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि सरकार तय समय सीमा के भीतर लोकतांत्रिक प्रक्रिया पूरी करेगी।