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September 30, 2025
विक्रमादित्य सिंह के साथ पारम्परिक भेष भूषा में मां भीमाकाली के मंदिर पहुंची अमरीन कौर, किए दर्शन
पारम्परिक भेष-भूषा में नजर आई अमरीन कौर
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रामपुर बुशहर। हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह अपनी नई नवेली दुल्हन पत्नी अमरीन कौर के साथ आज मंगलवार को सराहन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विख्यात शक्ति पीठ माता भीमाकाली मंदिर में माथा टेका और विशेष पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख.समृद्धि की कामना की।
मंदिर पहुंचने पर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों, श्रद्धालुओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ उनका स्वागत किया। मंदिर प्रांगण में भारी संख्या में लोग मौजूद रहे और ढोल-नगाड़ों की थाप पर सांस्कृतिक रंग देखने को मिला। खास बात यह रही कि डॉ अमरीन कौर हिमाचली पारंपरिक पोशाक में नजर आईं, जिसने उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया।
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इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह भी मौजूद रहीं। उन्होंने बेटे और पुत्र वधु के साथ पूजा.अर्चना की और श्रद्धालुओं का अभिनंदन स्वीकार किया। लोगों ने विक्रमादित्य सिंह का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए आभार जताया कि वे इस पावन अवसर पर सराहन पहुंचे। इस अवसर पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल देवभूमि है और यहां के धार्मिक स्थलों का संरक्षण व प्रचार.प्रसार सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने माता भीमाकाली से प्रदेशवासियों के कल्याण और सबके मंगल की प्रार्थना की।
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सराहन यात्रा से पूर्व मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने रामपुर उपमंडल के सेरी पुल और आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया। हाल ही में हुई भारी बारिश से पुल व सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं, जिससे स्थानीय लोगों को आवाजाही और व्यापारिक गतिविधियों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। स्थिति का जायजा लेने के बाद मंत्री ने सेरी पुल और क्षतिग्रस्त सड़कों के पुनर्निर्माण के लिए 17 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य सुनिश्चित किया जाए और जल्द से जल्द क्षेत्र की कनेक्टिविटी बहाल की जाए।
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स्थानीय ग्रामीणों ने मंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं और पुल की महत्ता बताते हुए कहा कि यह उनके जीवन से गहराई से जुड़ा हैकृचाहे वह बच्चों की शिक्षा होए किसानों की आजीविका या व्यापारियों की गतिविधियां। इस पर मंत्री ने भरोसा दिलाया कि राहत और पुनर्निर्माण कार्यों में किसी प्रकार की देरी नहीं होगी और सरकार प्रभावित क्षेत्रों को प्राथमिकता के आधार पर राहत प्रदान करेगी।