#हादसा
September 30, 2025
हिमाचल: पानी का टैंक बनाकर ढक्कन लगाना भूला विभाग, पत्नी को तैरती मिली पति की देह
बिन मालिक घर पहुंचा पशुधन, जंगल में ढूंढने निकली पत्नी को टैंक में मिला पति
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां जल शक्ति विभाग की लापरवाही ने एक व्यक्ति की जान ले ली है। व्यक्ति की जल शक्ति विभाग द्वारा बनाए गए पानी के टैंक में गिरने से व्यक्ति की मौत हो गई। विभाग ने टैंक तो बना दिया था, लेकिन उसके ऊपर ढक्कन लगाना भूल गया था, जिसका खामियाजा एक व्यक्ति को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा है।
दरअसल मामला कुल्लू जिला की ऊझी घाटी का है। यहां हुए एक दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है। भेड़पालक अमर चंद पुत्र स्व रामदयाल निवासी नशाला गांव डाकघर लरांकेलो जिला कुल्लू भेड़ें चराते हुए जंगल में बने जल शक्ति विभाग के पानी के टैंक में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
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जानकारी के अनुसार अमर चंद रोज की तरह भेड़ें चराने बराघ ढाप नामक जंगल गया था। इसी दौरान उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई और चक्कर आने पर वह पानी के टैंक में गिर पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि टैंक ऊपर से पूरी तरह खुला हुआ था और उसमें आधा पानी भरा हुआ था। यही वजह रही कि हादसा टल नहीं सका।
जब भेड़ें बिना मालिक के घर की तरफ लौट आईं तो अमर चंद की पत्नी कौशल्या देवी को शक हुआ। वह जंगल की ओर गई तो देखा कि उसका पति टैंक में गिरा हुआ है। शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उसे बाहर निकाला। घर ले जाते समय ही अमर चंद ने दम तोड़ दिया।
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ग्राम पंचायत नथाण की प्रधान पुष्पा देवी ने विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग की लापरवाही इस हादसे का बड़ा कारण बनी। टैंक का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह खुला था और उसे ढकने की कोई व्यवस्था नहीं थी। अगर टैंक को ढक दिया गया होता तो यह हादसा टल सकता था। ग्रामीणों ने विभाग की अनदेखी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।
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घटना के बाद पूरे इलाके में गहरा शोक और आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग को जल्द से जल्द सभी टैंकों को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए। खुले टैंकों की वजह से इंसान ही नहीं बल्कि मवेशियों और जंगली जानवरों की जान को भी खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मृतक परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए और विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए सुरक्षा उपाय तुरंत लागू किए जाएं।