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October 5, 2025
हिमाचल में भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी, 6 जिलों में तेज आंधी-तूफान के साथ होगी ओलावृष्टि
पहाड़ों पर होगी बर्फबारी, गिरेगा तापमान
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही मौसम ने करवट ले ली है। बीती रात से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला शुरू हो गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने रविवार सुबह मौसम को लेकर चेतावनी जारी करते हुए अगले तीन दिन यानी 7 अक्टूबर तक बारिश, तूफान और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई है।
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आज सुबह से ही कई जिलों में आसमान बादलों से घिर गया। सुजानपुर, बिलासपुर, हमीरपुर और ऊना में हल्की से मध्यम बारिश का दौर शुरू हो चुका है। वहीं, राजधानी शिमला में दिनभर घने बादल छाए हुए हैं और ठंडी हवाएं चलने से मौसम सर्द महसूस हो रहा है। पहाड़ी रास्तों पर धुंध बढ़ने से वाहनों की आवाजाही पर भी असर पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार आज प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों में एक-दो स्थानों पर बारिश के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है। इसके लिए विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
कल यानी 6 अक्टूबर को पश्चिमी विक्षोभ का असर और बढ़ेगा। चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और मंडी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शिमला और सिरमौर में यलो अलर्ट रहेगा।
जबकि, 7 अक्टूबर को मौसम कुछ शांत होने की उम्मीद है, लेकिन कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं, जिसके लिए फिर से यलो अलर्ट जारी हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के चलते सोमवार से किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो सकती है। धौलाधार पर्वतमाला (धर्मशाला) और चंबा जिला के उच्च पर्वतीय इलाकों में भी हल्का हिमपात संभव है। बर्फबारी के साथ रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और पहाड़ों में सर्दी का असर बढ़ेगा।
आगामी तीन दिनों के दौरान लगातार बारिश और ओलावृष्टि से किसानों और बागवानों को नुकसान की आशंका है। सेब, टमाटर और सब्जियों की फसलों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। वहीं, पर्वतीय सड़कों पर फिसलन बढ़ने के कारण यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। विशेषकर मनाली-लेह, शिंकुला और रोहतांग पास जैसे मार्गों पर बर्फबारी की संभावना को देखते हुए यात्रा टालने की सलाह दी गई है।
अभी तक अधिकतर शहरों में तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री अधिक चल रहा था, लेकिन अब इसमें गिरावट शुरू होगी। आज रात से ही न्यूनतम तापमान में कमी आएगी और पहाड़ी इलाकों में ठंडी हवाओं का असर बढ़ जाएगा।
मौसम विभाग ने लोगों को चेताया है कि आने वाले तीन दिन तक अनावश्यक यात्रा से बचें और पहाड़ी क्षेत्रों में सतर्क रहें। किसानों को advised किया गया है कि वे खेतों और बगीचों में फसल कटाई और ढुलाई के कार्य कुछ दिन के लिए स्थगित रखें।