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May 27, 2025

विमल नेगी मामला: सीएम सुक्खू ने की बड़ी कार्रवाई; ACS, DGP और SP को लंबी छुट्टी पर भेजा

सीएम सुक्खू ने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद लिया फैसला

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शिमला। हिमाचल प्रदेश में पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की रहस्यमयी मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले की जांच और उससे जुड़े प्रशासनिक रवैये को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के तीन शीर्ष अधिकारियों—अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) ओंकार शर्मा, पुलिस महानिदेशक (DGP) अतुल वर्मा और शिमला के पुलिस अधीक्षक (SP) संजीव गांधी को लंबी छुट्टी पर भेजने का निर्णय लिया है। इस फैसले को लेकर औपचारिक आदेश जल्द जारी होने की उम्मीद है।

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुआ अहम फैसला

मंगलवार शाम सचिवालय में हुई पौने तीन घंटे की बैठक में यह अहम फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता खुद मुख्यमंत्री सुक्खू ने की, जिसमें मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, सीएम के सचिव राकेश कंवर, एडवोकेट जनरल अनूप रत्न और लॉ सेक्रेटरी भी मौजूद रहे।

 

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DGP अतुल वर्मा को रिटायरमेंट से पहले हटाया गया

पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा वैसे तो 31 मई को रिटायर होने वाले हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें समय से पहले ही छुट्टी पर भेजने का फैसला लिया। यह निर्णय उनके द्वारा हाईकोर्ट में दाखिल एफिडेविट और पुलिस जांच पर सवाल उठाने के चलते लिया गया है।

ACS ओंकार शर्मा की रिपोर्ट पर सीएम नाराज़

मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा की रिपोर्ट पर नाराजगी जताई है। कहा जा रहा है कि उन्होंने एडवोकेट जनरल की मंजूरी के बिना ही हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी। हालांकि, विमल नेगी की मौत पर प्रशासनिक जांच करने के लिए ओंकार शर्मा की सराहना भी की गई, जो उन्होंने सरकार के आदेश पर की थी।

 

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विरोधाभासी रिपोर्टों से सरकार की हुई किरकिरी

इस मामले में ACS, DGP और SP तीनों ने हाईकोर्ट में अलग-अलग रिपोर्टें पेश कीं, जिससे सरकार की काफी किरकिरी हुई। हाईकोर्ट ने इन विरोधाभासी रिपोर्टों पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए केस की जांच CBI को सौंप दी।

DGP ने अपनी ही पुलिस जांच पर उठाए सवाल

DGP अतुल वर्मा ने हाईकोर्ट में दायर अपने एफिडेविट में शिमला पुलिस की SIT जांच पर सवाल खड़े किए। उन्होंने अपनी ही पुलिस की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा किया, जिससे अदालत ने भी सख्त टिप्पणी की।

 

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SP शिमला ने किया DGP और वरिष्ठ अफसरों पर पलटवार

रिपोर्ट पेश होने के अगले दिन SP शिमला संजीव गांधी ने DGP अतुल वर्मा के एफिडेविट को मीडिया के सामने गैर-जिम्मेदाराना बताया और उन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने DGP ऑफिस के कर्मचारियों पर चिट्टा तस्करी में शामिल होने की बात कही। साथ ही मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना पर भी जांच प्रभावित करने का आरोप लगाया। पूर्व DGP संजय कुंडू और भाजपा विधायक सुधीर शर्मा को लेकर भी उन्होंने गंभीर आरोप लगाए।

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