#विविध
September 4, 2025
विक्रमादित्य सिंह बोले: भरमौर में एयरलिफ्ट कर भेजी जाएगी मशीनरी, जल्द बहाल होंगी सड़कें
लोक निर्माण विभाग को इस मानसून सीजन 2300 करोड़ का नुकसान
शेयर करें:
शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। पूरे प्रदेश में बारिश ने भारी तबाही मचाई है, जिससे जनजीवन अस्त.व्यस्त हो गया है। वीरवार को प्रदेश भर में कुल 1638 सड़कों पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही बाधित हो रही है। लोक निर्माण विभाग ने इन सड़कों को बहाल करने के लिए 1380 से अधिक मशीनों को तैनात किया है।
सबसे विकट स्थिति भरमौर क्षेत्र की बनी हुई है, जहां जगह.जगह सड़कें पूरी तरह बह चुकी हैं। यहां पर हालात इतने खराब हैं कि भारी मशीनरी स्थल तक पहुंच नहीं पा रही है। इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने मशीनों को एयरलिफ्ट कर प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाने का निर्णय लिया है, ताकि दोनों तरफ से सड़कें बहाल की जा सकें।
यह भी पढ़ें : हिमाचल: गरीब पिता की बेबसी, 23 दिन बाद बेटी की शादी; भूस्खलन ने उजाड़ दिया आशियाना
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि मानसून सीजन में अब तक विभाग को लगभग 2300 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सड़कें ध्वस्त हो चुकी हैं, पुल बह गए हैं और यातायात पूरी तरह से बाधित है। मंत्री ने बताया कि विभाग के अधिकारी हर जिले से नुकसान की जानकारी जुटा रहे हैं, ताकि इसका समुचित आकलन कर केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जा सके।
उन्होंने केंद्र सरकार से राहत पैकेज जारी करने की मांग करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश को भी उसी तरह से सहायता मिलनी चाहिए, जैसा कि पंजाब सरकार ने अपने राज्य के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के बकाये की मांग की है। हिमाचल को भी ओपीएस, जीएसटी क्षतिपूर्ति जैसी लंबित राशि जल्द दी जानी चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह ने फोरलेन निर्माण को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कुछ स्थानों पर 90 डिग्री पर की गई कटिंग और नदी किनारे फोरलेन निर्माण से भारी नुकसान हुआ है। इस कारण कई सड़कों का हिस्सा तेज बारिश में बह गया। उन्होंने कहा कि भविष्य में प्रदेश में बनने वाली सभी फोरलेन परियोजनाओं में टनल और ब्रिज का ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि पहाड़ों की कटिंग कम से कम करनी पड़े। ढली से रामपुर सैंज तक बनने वाली फोरलेन परियोजना में विशेष रूप से इस नीति को अपनाया जाएगा।
प्रदेश सरकार ने वॉली ब्रिज की खरीद को भी मंजूरी दे दी है, जिससे जिन क्षेत्रों में पुल बह गए हैं, वहां इन अस्थायी पुलों को लगाकर आवागमन को बहाल किया जाएगा। शुक्रवार को 650 सड़कों को खोलने का लक्ष्य रखा गया है और विभाग के कर्मचारी दिन-रात राहत कार्य में जुटे हुए हैं।