#विविध
February 19, 2025
CM के जिले में नया बवाल: महाराणा प्रताप की मूर्ती को लेकर हिंदू-मुस्लिम अड़े
शहर के सौंदर्यीकरण को लेकर उठा विवाद, दो समुदाय आए आमने-सामने
शेयर करें:
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर काफी विवाद हुआ था और दो समुदाय एक दूसरे के आमने-सामने आ गए थे। अब कुछ इसी तरह का मामला हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला से सामने आया है। यहां मस्जिद के पास महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर मुस्लिम समुदाय भड़क गया है और विरोध जता रहा है।
दरअसल हमीरपुर नगर परिषद सुजानपुर के तहत डोली मोहल्ला में शिरोमणी महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापित की जा रही है। जिस जगह पर यह मूर्ति स्थापित की जा रही है उसके सामने पहले से ही एक मस्जिद बनी हुई है। ऐसे में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद के सामने महाराणा प्रताप की मूर्ति की स्थापना का विरोध किया है। मुस्लिम सुधार सभा ने इस बात को लेकर डिप्टी कमिश्नर से मुलाकात की और धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ ना करने की मांग की है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : बेटी से कहा बाजार जा रहा हूं- परिवार को जंगल में मिली उप प्रधान की देह
मुस्लिम सुधार सभा का कहना है कि उन्हें प्रतिमा लगाने से कोई आपत्ति नहीं हैं, लेकिन इसे मस्जिद के सामने ना लगाकर कहीं और लगाया जाए। उनका कहना है कि मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए आसपास के क्षेत्रों के मुस्लिम भी यहां आते हैं। ऐसे में मस्जिद के सामने महाराणा प्रताप की प्रतिमा होने से नफरत की भावना पैदा हो सकती है।
मुस्लिम सुधार सभा के महासचिव रफीक ने कहा कि शहर का सौंदर्यीकरण अच्छी बात है, लेकिन इसके लिए मस्जिद के सामने महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाना सही नहीं है। रफीक के अनुसार यहां पर छोटी मस्जिद है और कई क्षेत्रों के लोग ईद पर नमाज पढ़ने के लिए यहां आते हैं। ऐसे में हिंदू-मुस्लिम में नफरत की भावना पैदा हो सकती है। इसलिए इस स्टेचू को कहीं अन्य जगह पर स्थापित कर दिया जाए।
अपनी इसी बात को रखने के लिए मुस्लिम सुधार सभा सुजानपुर का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त हमीरपुर से मिला। उपायुक्त ने मामला आगामी कार्रवाई के लिए एसडीएम सुजानपुर को भेज दिया है। मगर अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर मस्जिद के सामने महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने से कैसे मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत होंगी।
वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम सुधार सभा द्वारा महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाने के विरोध पर हिंदू समाज के लोगों ने भी SDM को मांग पत्र सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि शहर के सौंदर्यीकरण के लिए महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाई जा रही है, लेकिन उसमें एक विशेष समुदाय के लोग अड़ंगा डाल रहे हैं।
मुस्लिम समुदाय के लोग इस कार्य को जबरन धार्मिक भावनाओं से जोड़ कर निजी स्वार्थ के लिए आपत्ति जता रहे हैं- जो कि निंदनीय है। उन्होंने SDM से मांग की है कि इस विषय पर संज्ञान लिया जाए और महाराणा प्रताप की प्रतिमा को स्थापित करवाया जाए।