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February 19, 2025

हिमाचल : प्लंबर का काम करता था सागर, कमरे में पड़ी मिली देह- सदमे में परिजन

मोबाइल का डेटा खंगाल रही पुलिस टीम

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Sirmaur News

सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां नाहन के अमरपुर मोहल्ला में एक प्लंबर ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र के लोगों में सनसनी फैली हुई है।

प्लबंर ने की आत्महत्या

शुरुआती जांच में पुलिस टीम ने मृतक का मोबाइल फोन कब्जे में लेकर डेटा की जांच शुरू कर दी है। मगर अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। मृतक के कमरे से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है।

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कमरे में फंदा से लटका मिला

मृतक की पहचान 31 वर्षीय सागर के रूप में हुई है- जो कि अमरपुर मोहल्ला का रहने वाला था। सागर प्लंबर का काम करता था। सागर का शव बीते कल कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला था। फिलहाल, इस बात का पता नहीं चल पाया है कि व्यक्ति ने ये खौफनाक कदम क्यों उठाया है।

सदमे में पूरा परिवार

मामले की पुष्टि करते हुए ASP योगेश रोल्टा ने बताया कि पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस टीम ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही घटनास्थल पर मौजूद लोगों के बयान कलमबद्ध कर लिए हैं। सागर की मौत के बाद परिजन सदमे में हैं।

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एक महीना में तीसरी आत्महत्या

आपको बता दें कि एक महीने के अंदर नाहन में आत्महत्या का यह तीसरा मामला है। इससे पहले एक स्कूली छात्रा ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जिसकी मौत के चंद दिनों बाद उसकी मां ने भी फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी। इन घटनाओं के बाद क्षेत्र के लोगों में अफरा-तफरी मची हुई है।

बढ़ रहे आत्महत्या के मामले

गौरतलब है कि, हिमाचल प्रदेश में आत्महत्या के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, जो एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। पहाड़ी इलाकों में मानसिक तनाव, बेरोजगारी, पारिवारिक कलह, नशे की लत और आर्थिक तंगी आत्महत्या के प्रमुख कारणों में शामिल हैं। युवाओं में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और करियर संबंधी दबाव भी आत्महत्या के मामलों में इजाफा कर रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में लोग आमतौर पर अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते, जिससे डिप्रेशन और अन्य मानसिक समस्याएं गंभीर रूप ले लेती हैं। इसके अलावा, सामाजिक दबाव और पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण लोग तनाव में आकर आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। कई मामलों में देखा गया है कि नशे की बढ़ती प्रवृत्ति भी आत्महत्या का कारण बन रही है।

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