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December 8, 2025
सुक्खू सरकार ने की 5 हजार युवाओं के रोजगार की व्यवस्था, 1400 करोड़ निवेश करेगी कंपनी
मैसर्स स्प्रे इंजीनियरिंग डिवाइसेज लिमिटेड करेगी निवेश
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सोलन। हिमाचल में औद्योगिक क्रांति की ओर बढ़ते कदमों को सुक्खू सरकार ने और रफ्तार दे दी है। निवेश के नए अवसर खोलते हुए अब प्रदेश में बनने जा रहे मेडिकल डिवाइस पार्क को बड़ा बूस्ट मिलने वाला है। 1400 करोड़ का निवेश प्रस्ताव लेकर एक बड़ी कंपनी अपना प्रोजेक्ट लगाने जा रही है। जिससे ना सिर्फ प्रदेश को आर्थिक मुनाफा होगा, बल्कि प्रदेश के पांच हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा।
प्रदेश में रोजगार की तलाश में भटक रहे युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। नालागढ़ के मेडिकल डिवाइस पार्क में एक ऐसा उद्योग लगने जा रहा है, जो हजारों लोगों को घर के पास ही रोजगार देगा। राज्य में निवेश और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए 'मैसर्स स्प्रे इंजीनियरिंग डिवाइसेज लिमिटेड' ने एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी प्रदेश में करोड़ रुपये का भारी-भरकम निवेश करने जा रही है। इस निवेश की सबसे खास बात यह है कि इसका सीधा लाभ यहा के स्थानीय निवासियों को मिलेगा।
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नालागढ़ में एक बड़ी औद्योगिक क्रांति होने जा रही है। मैसर्स स्प्रे इंजीनियरिंग डिवाइसेज लिमिटेड ने यहां 1400 करोड़ रुपये का भारी निवेश करने का फैसला लिया है। कंपनी का यह कदम न सिर्फ प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति देगा] बल्कि करीब 5,000 स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवाएगा। यह प्रोजेक्ट हिमाचल के औद्योगिक इतिहास में सबसे बड़े निवेशों में से एक माना जा रहा है।
स्प्रे इंजीनियरिंग कंपनी नालागढ़ में बनने जा रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में उद्योग लगाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ने सरकार से 100 एकड़ जमीन देने का अनुरोध किया है। कंपनी पहले से ही बद्दी में मशीनरी का उत्पादन करती है और अब वह अपने काम को बड़े स्तर पर विस्तार देना चाहती है। मेडिकल डिवाइस पार्क में उद्योग लगाने से स्थानीय स्तर पर तकनीकी और गैर-तकनीकी दोनों तरह की नौकरियों की बड़ी संख्या बनेगी।
कंपनी इस पार्क में इथेनॉल, ग्रीन हाइड्रोजन और एपीआई के तीन बड़े प्लांट लगाने की योजना बना रही है। ग्रीन हाइड्रोजन को भविष्य का सबसे स्वच्छ ईधन माना जा रहा है, जबकि इथेनॉल ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण विकल्प है। इतना ही नहीं, कंपनी फार्मा उद्योगों के लिए मशीनरी भी तैयार करेगी। इससे नालागढ़ क्षेत्र ऊर्जा, फार्मा और मेडिकल डिवाइस निर्माण का बड़ा केंद्र बन सकता है। उद्योग विभाग के मुताबिक तीनों प्लांट डेढ़ सौ बीघा जमीन पर बनाए जाएंगे।
यह प्रोजेक्ट तभी शुरू हो सकेगा जब कंपनी को जमीन उपलब्ध करवा दी जाएगी। उद्योग विभाग के पास मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने के लिए बजट की कमी है, इसलिए विभाग ने सरकार को चार विकल्प दिए थे—लोन लेकर, जमीन बेचकर, सरकार से पैसा देकर या पीपीपी मोड पर पार्क बनाने का सुझाव दिया गया था। अब स्प्रे इंजीनियरिंग का निवेश प्रस्ताव सरकार के लिए बड़ी राहत बनकर आया है। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में उद्योग विभाग और कंपनी के बीच एमओयू साइन हो चुका है, जिससे प्रोजेक्ट के धरातल पर उतरने की प्रक्रिया तेज हो गई है।
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उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि स्प्रे इंजीनियरिंग हिमाचल में सबसे बड़ा निवेश करने जा रही है। जैसे ही यह प्रोजेक्ट शुरू होगा, हजारों युवाओं को अपने घर के पास ही नौकरी मिलेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ी मजबूती मिलेगी। नालागढ़ और बद्दी क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी और आसपास के गांवों में रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे।