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June 23, 2025
हिमाचल : खेलते-खेलते टैंक में जा गिरा मासूम, बुजुर्ग ने गहरे पानी में कूदकर बचाई जान
शिमला के चलावली गांव में 70 वर्षीय मोहन लाल की बहादुरी
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला की बड़ोग पंचायत के चलावली गांव में रविवार को एक ढाई साल के मासूम की जान बचते-बचते बची, जब वह घर के पास बने एक सार्वजनिक पानी के टैंक में जा गिरा। बता दें कि एक बुजुर्ग की सूझबूझ से बच्चे का जीवन बच गया।
बच्चे के पिता सुरेश वर्मा के अनुसार, उनका बेटा रेहान वर्मा घर के बाहर खेल रहा था। उसी दौरान वह खुले टैंक में गिर गया, जिसका उपयोग ग्रामीण सिंचाई और घरेलू कार्यों के लिए करते हैं।
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घटना के समय रेहान की मां और दादी घर पर थीं। जैसे ही बच्चे के गिरने की आवाज सुनाई दी, उन्होंने बाहर आकर शोर मचाया। आसपास की महिलाएं एकत्रित हो गईं, लेकिन कोई पुरुष आसपास मौजूद नहीं था। इसी दौरान स्थानीय बुजुर्ग मोहन लाल अपने किसी निजी कार्य से बाहर निकल रहे थे। शोर सुनते ही वह तुरंत मौके पर पहुंचे और बिना एक पल गंवाए 12 फीट गहरे टैंक में छलांग लगा दी।
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मोहन लाल ने बच्चे को कंधे पर उठाकर टैंक से बाहर निकाला। बच्चा पूरी तरह बेहोश था। उन्होंने बच्चे का पेट दबाकर और उलटा-पलटा कर पानी निकालने की कोशिश की।
कुछ ही मिनटों में बच्चे ने उल्टी के ज़रिये पेट का पानी बाहर निकाला और धीरे-धीरे होश में आने लगा। स्थानीय ग्रामीणों ने बच्चे को तुरंत ठियोग सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने बच्चे की हालत अब स्थिर बताई है।
इस घटना के बाद चलावली गांव में मोहन लाल की बहादुरी की चर्चा हर गली में हो रही है। 70 वर्ष की आयु में भी ऐसी तत्परता और साहस को देखकर ग्रामीण उन्हें 'चलावली का हीरो' कहने लगे हैं। पंचायत प्रधान मीनाक्षी शर्मा ने भी मोहन लाल की वीरता की सराहना की और कहा कि ऐसे नागरिक हमारे समाज की असली पूंजी हैं, जिन्होंने एक मासूम की जान बचाकर मिसाल कायम की है।
इस घटना ने स्थानीय पंचायत प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि टैंक पूरी तरह खुला था, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है।पहले भी कई मवेशी और जानवर इसमें गिर चुके हैं।अब ग्रामीणों ने पंचायत से फौरन टैंक की फेंसिंग और ऊपर छत या मजबूत ढक्कन लगाने की मांग की है।