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September 14, 2025
हिमाचल का बेटा सिक्किम में शहीद, आज तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह पहुंचेगी घर
26 साल की उम्र में अजय ठाकुर ने पाई शहादत
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बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के 26 वर्षीय वीर जवान का कर्नाटक में निधन हो गया है। इस घटना ने पूरे हिमाचल को शोक में डाल दिया है। आज जवान अजय ठाकुर की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव पहुंच सकती है।
अजय की शहादत की सूचना मिलते ही उनके घर से लेकर पूरे गांव में मातम पसर गया है। अजय के परिजन अजय को आखिरी बार देखने का इंतजार कर रहे हैं। जवान हिमाचल के बिलासपुर जिले के उपमंडल सदर की कोठीपुरा पंचायत के चलेहली गांव का रहने वाला था।
जवान की पहचान 26 वर्षीय अजय ठाकुर पुत्र धर्म सिंह निवासी चलेहली गांव के रूप में हुई है। अजय ठाकुर भारतीय सेना में लिपिक (क्लर्क) के पद पर तैनात थे और वर्तमान में कर्नाटक में सेवाएं दे रहे थे। शुक्रवार देर रात अजय की मौत किसी हादसे में हुई, हालांकि अब तक इस हादसे की स्पष्ट जानकारी या कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
सेना द्वारा परिजनों को सूचना दिए जाने के बाद परिवार तुरंत कर्नाटक के लिए रवाना हो गया है। संभावना जताई जा रही है कि आज जवान का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंच जाएगा। यहां घर पर कुछ देर अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव देह को रखा जाएगा। फिर सैन्य सम्मान के साथ अजय को अंतिम विदाई दी जाएगी।
गांव में जैसे ही यह दुखद समाचार पहुंचा, समूचे इलाके में मातम छा गया। पड़ोसी और रिश्तेदार बड़ी संख्या में अजय के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं। पंचायत प्रधान सतदेव शर्मा ने अजय की असामयिक मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि गांव ने एक होनहार और साहसी युवा सपूत खो दिया है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है।
अजय ठाकुर अपने परिवार का सहारा था। सेना में भर्ती होकर न केवल अपने परिवार का सहारा बना बल्कि गांव के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा भी। उनकी ईमानदारी, मेहनत और मृदुभाषिता के लिए उन्हें सभी जानते थे। कम उम्र में सेना में शामिल होकर देश सेवा को अपना धर्म मानने वाले अजय की अचानक मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
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परिजनों और गांववासियों ने केंद्र सरकार और सेना प्रशासन से मांग की है कि अजय की मौत के सही कारणों की जांच की जाए और परिवार को पूरी जानकारी प्रदान की जाए। इसके साथ ही सरकार से आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग भी उठाई जा रही है।
अजय का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव चलेहली में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन और सेना के अधिकारी भी अंतिम विदाई में मौजूद रहने की संभावना है। यह दुखद घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि देश सेवा में तैनात जवान हर पल खतरे से जूझते हैं, चाहे वे युद्ध क्षेत्र में हों या किसी प्रशासनिक पद पर। जवान अजय ठाकुर को कोठीपुरा पंचायत और बिलासपुर जिला हमेशा याद रखेगा।