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September 14, 2025
हिमाचल में फिर जारी हुआ बारिश का अलर्ट, 7 जिलों के लिए अगले 24 घंटे भारी
लंबे समय से हो रही बारिश ने जनजीवन किया अस्त-व्यस्त
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शिमला। हिमाचल प्रदेश इन दिनों लगातार बारिश और आपदाओं से जूझ रहा है। सितंबर महीने की 14 तारीख हो गई है, लेकिन अभी तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच मौसम विभाग की चेतावनी ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
दरअसल, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज के लिए प्रदेश के सात जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है- जिसमें हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन जिला शामिल हैं।
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मौसम विभाग का अनुमान है कि इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि कुछ इलाकों में भारी बारिश का खतरा भी बना रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी कल से प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ जाएगा।
इसके बाद धीरे-धीरे आसमान साफ रहेगा और मौसम सामान्य होने की संभावना है। यह राहत की खबर है क्योंकि लंबे समय से जारी बारिश ने प्रदेश में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस मानसून सीजन में 386 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 76 मौतें बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाओं में हुई हैं। वहीं, अब भी 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
मानसून ने न केवल जनहानि की बल्कि भारी आर्थिक नुकसान भी पहुंचाया है। अब तक प्रदेश में सरकारी और निजी संपत्ति को मिलाकर करीब 4500 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
भारी बारिश और आपदाओं ने लोगों के सिर से छत भी छीन ली है। 1392 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए हैं। 6114 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। 529 दुकानों और उद्योगों पर भी इसका असर पड़ा है। ग्रामीण जीवन पर सबसे बड़ा आघात यह है कि 6162 गोशालाएं पूरी तरह ध्वस्त हो गई हैं। साथ ही 30 हजार से ज्यादा पालतू मवेशियों की मौत ने किसानों और पशुपालकों की कमर तोड़ दी है।
बार-बार हो रही इन घटनाओं से लोगों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। गांव से लेकर शहर तक हर कोई चिंतित है कि कब किस इलाके में भूस्खलन या अचानक पानी का कहर टूट पड़े।
हालांकि, मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में बारिश की तीव्रता घटेगी। अगर ऐसा होता है तो राहत और बचाव कार्यों की गति तेज हो सकेगी और प्रभावित लोग जल्द ही सामान्य जीवन की ओर लौट पाएंगे।