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October 25, 2025
हिमाचल: 25 साल तक नहीं हारी एक भी चुनाव, पर जिंदगी से जंग हार गई पार्षद मधु अत्री
राजनीति और समाज सेवा में चमकती रही मधु अत्री
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नाहन। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला का नाहन शहर आज उस समय शोक सागर में डूब गया, जब वार्ड नंबर पांच की पार्षद मधु अत्री के निधन की खबर फैली। बताया जा रहा है कि मधु अत्री लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थी, लेकिन इसी बीच अचानक उनके निधन की खबर सामने आ गई। जिससे पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई। मधु अत्री वरिष्ठ भाजपा पार्षद थी और पिछले 25 साल से एक भी चुनाव नहीं हारी थी।
मधु अत्री का जन्म 9 दिसंबर 1957 को हुआ था। उन्होंने 2001 से लगातार पार्षद के रूप में सेवा दी और इस दौरान किसी भी चुनाव में हार का सामना नहीं किया। यही नहीं उन्होंने अपने कार्यकाल में न केवल वार्ड नंबर पांच बल्कि वार्ड नंबर चार से भी जनता का विश्वास जीता। राजनीति और जनसेवा में उनका योगदान ऐसा रहा कि उन्हें हर जरूरतमंद की मदद के लिए हमेशा तैयार रहने वाली नेता के रूप में जाना जाता था।
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दृढ़.संकल्प कर्मठता और समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें जनता के दिलों में अमिट स्थान दिलाया। भले ही उनका शारीरिक कद दुबला.पतला था, लेकिन उनकी सक्रियता और निडरता ने हमेशा उन्हें सबसे आगे रखा। जब भी किसी जरूरतमंद ने उनकी मदद मांगी, मधु अत्री तुरंत पहुंचतीं और हाथ बटातीं। उनकी विनम्रता और कार्यक्षमता ने उन्हें भाजपा में वरिष्ठ महिला नेता और समाजसेविका के रूप में प्रतिष्ठित किया।
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मधु अत्री के पति अनिल अत्री नाहन फाउंड्री से सेवानिवृत्त हैं। उनके परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं। उनके निधन से परिवार और पूरे शहर में शोक का माहौल है। शनिवार दोपहर एक बजे मोक्ष धाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहरवासियों और राजनीतिक हस्तियों ने उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। भाजपा नेताओं सहित विशाल तोमर और अन्य गणमान्य नागरिकों ने अपने.अपने संदेश में मधु अत्री के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
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मधु अत्री न केवल राजनीति में अपनी सधी हुई छवि के लिए, बल्कि समाज सेवा और लोगों की मदद करने की भावना के लिए भी सदैव याद की जाएंगी। 25 वर्षों तक चुनावों में कभी न हारने वाली महिला ने आज अपनी जीवन यात्रा में अंतिम जीत हासिल नहीं की, लेकिन उनके योगदान और मूल्य लोगों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे।