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September 3, 2025
हिमाचल : पहाड़ी दरकने से पूरे गांव पर मंडराया खतरा, लोगों की चीख-पुकार से दहला इलाका
भूस्खलन की चपेट में आए 16 मकान
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मंडी। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसी बीच मंडी जिले के जोगिंद्रनगर उपमंडल की नेर घरवासड़ा पंचायत में मंगलवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। यहां अचानक हुए भूस्खलन से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
मलबे की चपेट में आकर करीब 16 मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। तबाही का मंजर देख लोग दहशत में हैं और कई परिवार अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। मकानों पर मलबा आते देख लोगों में चीख-पुकार मच गई। भूस्खलन के बाद पूरे गांव खतरे की जद में आ गया है।
जानकारी देते हुए पंचायत प्रधान रीना ने बताया कि अब तक की जानकारी में 16 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। जबकि, एक मवेशी भी मलबे में दब गया है। ग्रामीणों के मुताबिक, देर रात जोरदार आवाज के साथ पहाड़ी दरकी और देखते ही देखते मलबे ने घरों को अपनी चपेट में ले लिया। लोग घरों से बाहर निकलकर किसी तरह अपनी जान बचा पाए।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम जोगिंद्रनगर मनीष चौधरी और तहसीलदार डॉ. मुकुल अनिल शर्मा राहत एवं बचाव दल के साथ मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। पुलिस, प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी हुई हैं।
प्रशासन ने स्थिति को गंभीर मानते हुए नेर गांव और आसपास के अन्य मकानों को भी खाली करवाना शुरू कर दिया है। जिन घरों को खतरा ज्यादा है, उनके परिवारों को तुरंत सुरक्षित ठिकानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद और पुनर्वास का भरोसा दिलाया है। SDM ने कहा कि "फिलहाल प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है। सभी प्रभावित परिवारों को अस्थायी ठहराव और जरूरी सामान उपलब्ध करवाया जा रहा है। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सहायता भी मुहैया करवाई जाएगी।"
अचानक हुए इस भूस्खलन से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार हो रही बारिश से पहाड़ कमजोर हो चुके हैं और कभी भी ऐसी घटनाएं दोबारा घट सकती हैं। लोग अब अपने घरों में रहने से भी डर रहे हैं।