#विविध

December 20, 2025

हिमाचल: तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा ITBP जवान, बेसुध हुई पत्नी; दो नन्हे जुड़वां बच्चों का था पिता

सैन्य सम्मान के साथ जवान को दी अंतिम विदाई, फूट-फूट कर रोई मां

शेयर करें:

himachal Hamirpur Jawan

हमीरपुर। वीरभूमि कहे जाने वाले हिमाचल ने आज अपना एक बहादुर जवान खो दिया। वर्दी में देश की सेवा करते हुए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और हिमाचल के हमीरपुर का जवान असमय काल का ग्रास बन गया। मात्र 34 साल की उम्र में ही जवान ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। इस दुखद घटना ने न सिर्फ एक परिवार से उसका मजबूत सहारा छीन लिया, बल्कि दो मासूम बच्चों के सिर से हमेशा के लिए पिता का साया भी उठा दिया। जब तिरंगे में लिपटा जवान गांव पहुंचा, तो हर आंख नम थी और पूरा इलाका गम में डूब गया।

ड्यूटी निभाते हुए थम गई धड़कन

हमीरपुर जिला के नाडियाना रगड़िया (झनियारा) निवासी कांस्टेबल (34) रमन सिंह भारत तिब्बत सीमा पुलिस में तैनात थे। मौजूदा समय में वह सराहन रामपुर में सेवाएं दे रहे थे। बताया जा रहा है कि 18 दिसंबर की शाम को जब वह ड्यूटी पर तैनात थे, उसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। साथी उन्हें तत्काल अस्पताल ले गए, लेकिन चिकित्सकों के तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। 18 दिसंबर की रात को ही उनकी मौत हो गई। चिकित्सकों ने उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया।

 

यह भी पढ़ें :धर्मशाला लैंड स्कैम में अब ED की एंट्री: नेता-बिजनेसमैन सब नपेंगे, ब्लैक मनी से जुड़े तार

गांव पहुंचा तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर

आज शनिवार को जब जवान रमन सिंह की पार्थिव देह तिरंगे में लिपटी घर पहुंची तो उनके पैतृक गांव सहित परिवार में कोहराम मच गया। गमगीन माहौल के बीच जवान की मां और पत्नी की चीखों से पूरा क्षेत्र दहल उठा। जैसे ही जवान का शरीर घर पहुंचा,  तिरंगे में लिपटे बेटे को देखकर मां का कलेजा फट पड़ा, वहीं पत्नी अपने आंसुओं को संभाल नहीं पाईं और बेसुध हो गईं। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।

दो मासूमों के सिर से उठा पिता का साया

कांस्टेबल रमन सिंह अपने पीछे पत्नी, मां और दो नन्हे जुड़वां बेटों को छोड़ गए हैं। जिन मासूम बच्चों ने अभी ठीक से दुनिया को समझना भी शुरू नहीं किया था, उनके जीवन से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया। परिजनों का रो.रोकर बुरा हाल था और हर शख्स की आंखें नम थीं।

 

 यह भी पढ़ें : हिमाचल: बिन मां-बाप पशुओं संग झोंपड़ी में रहने को मजबूर 4 मासूम, अब CM सुक्खू बनेंगे इनका सहारा

सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई

शहीद जवान का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ किया गया। आईटीबीपी के अधिकारियों और जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर अपने साथी को अंतिम सलामी दी। धार्मिक परंपराओं के बीच चाचा के लड़के ने जवान की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, आईटीबीपी के अधिकारी, जवानों के साथी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें : हिमाचल : रिश्तेदार के चिट्टा केस में बोले BJP MLA- पुलिस बदनाम कर रही है

हिमाचल को हुआ अपूरणीय नुकसान

रमन सिंह का निधन सिर्फ एक परिवार की क्षति नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक अपूरणीय नुकसान है। वर्दी में रहते हुए देश की सेवा करते-करते उनका यूं चले जाना हर किसी को झकझोर गया है। गांव से लेकर विभाग तक हर जगह यही चर्चा है कि हिमाचल ने एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ जवान को खो दिया, जिसकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाती रहेगी।

नोट : ऐसी ही तेज़, सटीक और ज़मीनी खबरों से जुड़े रहने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख