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April 14, 2025
हिमाचल : बेटे की शादी से पहले मंदिर माथा टेकने गया था परिवार, पीछे पड़ गए रंगड़ और...
दूल्हे समेत पांच लोगों की हालत गंभीर
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हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला के नादौन उपमंडल में एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और असामान्य घटना घटी है। यहां पर भरमोटी के पास रक्कड़ गांव में शादी की तैयारियों में जुटे एक परिवार पर रंगड़ों ने हमला कर दिया है।
इस हमले में एक ही परिवार के 25 से अधिक सदस्य घायल हो गए है- जिनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं। घायलों में से दूल्हे समेत पांच लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। ऐसे में उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
यह पूरा मामला उस समय घटित हुआ जब करौर गांव निवासी दिलीप सिंह के परिवार में बेटे नवीन की शादी से पहले की रस्में शुरू हो रही थीं। शादी की शुरुआत धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ की जानी थी, जिसके तहत परिवार के सभी सदस्य और नजदीकी रिश्तेदार गुगा मंदिर में पूजा अर्चना और माथा टेकने के लिए एकत्रित हुए थे। मंदिर में प्रसाद बांटने और पूजा समाप्त होने के बाद जैसे ही परिवार के सदस्य वापसी के लिए निकले, मंदिर परिसर के पास अचानक रंगड़ों का झुंड उन पर टूट पड़ा।
रंगड़ों का हमला इतना तेज और अचानक था कि कोई भी खुद को बचा नहीं सका। महिलाओं और बच्चों की चीख-पुकार गूंज उठी- सभी लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इस हमले में दूल्हा नवीन भी बुरी तरह से घायल हो गया। इसके अलावा इंदिरा देवी, पवन कुमार, हिमान सिंह, शुभम, सौरभ, अभिषेक, नितिन, कुसुमलता, प्रमोद, राहुल और गायत्री देवी सहित कई अन्य पर भी रंगड़ों ने हमला किया।
रंगड़ों के हमले में बच्चों समेत कुल 25 लोग प्रभावित हुए हैं। घायलों की पहचान-
घायलों में से दूल्हे नवीन समेत पांच लोगों को अस्पताल में दाखिल किया गया है। घायल पवन कुमार की तबीयत ज्यादा खराब बताई जा रही है। जबकि, अन्य घायलों को भी अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है और वे धीरे-धीरे रिकवरी कर रहे हैं।
परिवार ने बताया कि रंगड़ों के इस हमले से बच्चे और महिलाएं मानसिक रूप से बेहद डर गई हैं। कई लोगों को रंगड़ों ने आंखों और चेहरे पर डंक मारे, जिससे उनकी हालत और भी चिंताजनक हो गई। बच्चों में से कई को बुखार और सूजन की शिकायत है।
घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से गुजारिश की है कि इस मंदिर परिसर में रंगड़ों के खतरे को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की कोई घटना दोबारा न हो। साथ ही, पीड़ित परिवार ने सरकार से चिकित्सकीय मदद और राहत राशि की मांग की है।