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September 5, 2025
हिमाचल में फिर बारिश का अलर्ट, 5 जिलों के लिए अगले 24 घंटे भारी- गर्जन के साथ बरसेंगे बादल
अब तक 3,787 करोड़ रुपये की संपत्ति बारिश और भूस्खलन से नष्ट हो चुकी है।
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश में बारिश का अलर्ट जारी किया है और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है।
मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है। कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य भागों में हल्की बूंदाबांदी या बादल छाए रहने की संभावना है।
बारिश से हो रही तबाही से लोग काफी सहमे हुए हैं। मगर राहत की खबर यह है कि 6 सितंबर से मानसून थोड़ा कमजोर पड़ने की संभावना है और 10 सितंबर तक किसी भी जिले में भारी बारिश का अलर्ट नहीं रहेगा।
इस वर्ष मानसून ने हिमाचल को गहरी चोट दी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 3,787 करोड़ रुपये की निजी और सरकारी संपत्ति बारिश और भूस्खलन से नष्ट हो चुकी है। अकेले इस मानसून सीजन में 355 लोगों की मौत दर्ज की गई है। इनमें से 61 लोगों की मौत लैंडस्लाइड, बाढ़ और बादल फटने जैसी आपदाओं में हुई है, जबकि 49 लोग अब भी लापता हैं।
बारिश ने न सिर्फ जनहानि की है बल्कि हजारों लोगों की छत भी छीन ली। अब तक 1,012 घर पूरी तरह से जमींदोज हो चुके हैं, जबकि 4,182 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। लगातार हो रही आपदाओं ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और सामान्य जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है।
कुल्लू जिले में हुए भूस्खलन के बाद दो मकान पूरी तरह मलबे में दब गए। घटना में छह लोग लापता हैं और 24 घंटे बीत जाने के बावजूद उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। NDRF, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें रात-दिन रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। उम्मीद है कि आज सर्च ऑपरेशन को और तेज किया जाएगा।
वहीं, राजधानी शिमला के रामपुर उपमंडल में भी आज सुबह तड़के बड़ा हादसा हुआ। राष्ट्रीय राजमार्ग-5 (NH-5) पर ज्यूरी के पास पूरा पहाड़ अचानक सड़क पर आ गिरा, जिससे यातायात पूरी तरह से बंद हो गया। इसके चलते ऊपरी शिमला का संपर्क कट गया है। इसी तरह मंडी जिले के ओट में चंडीगढ़-मनाली फोरलेन भी भूस्खलन के कारण बंद पड़ा है, जिससे गाड़ियों का लंबा जाम लगा हुआ है।