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September 3, 2025
सावधान! पूरे हिमाचल में भारी से भारी बारिश का अलर्ट, अगले 24 घंटे जमकर बरसेगी आफत
ऑनलाइन कक्षाओं के निर्देश दिए हैं, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में जारी रेड अलर्ट के बीच भारी बारिश का दौर जानलेवा साबित हो रहा है। पहाड़ दरक रहे हैं और घर ताश के पत्तों की तरह जमींदोज हो रहे हैं। पिछले 24 घंटे के भीतर लैंडस्लाइड और घर गिरने की घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। कई जगहों पर लोग अब भी मलबे में दबे हो सकते हैं, जिससे स्थिति और भयावह हो गई है।
मौसम विभाग ने आज दोपहर 12 बजे तक चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके अलावा बिलासपुर, हमीरपुर, किन्नौर, लाहुल-स्पीति, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। विभाग ने लोगों को नदी-नालों के किनारे जाने से बचने और सावधानी बरतने की सलाह दी है। भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ आने का खतरा बना हुआ है।
कुल्लू से पहले मंडी जिले के सुंदरनगर में भी पहाड़ से गिरे मलबे ने दो घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में चार लोग एक ही परिवार से थे। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त सभी लोग घर के अंदर सो रहे थे। मलबा इतना ज्यादा था कि रेस्क्यू टीम को शव निकालने में घंटों मशक्कत करनी पड़ी। घटनास्थल से एक वाहन का बंपर भी बरामद हुआ है, जिससे आशंका है कि कुछ लोग और भी दबे हो सकते हैं।
लगातार बारिश और भूस्खलन के चलते 1333 सड़कें बंद पड़ी हैं। इससे कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से कट चुका है। बिजली और पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। प्रशासन का कहना है कि हालात काबू में लाने के लिए बहाली कार्य युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन मौसम बाधा डाल रहा है।
कुल्लू जिला के अखाड़ा बाजार में सोमवार देर रात अचानक पहाड़ खिसक गया। देखते ही देखते दो मकान इसकी चपेट में आ गए। मकानों के मलबे में दो लोग दब गए। घटना इतनी तेज़ थी कि आसपास के लोग चीख-पुकार मचाते हुए सुरक्षित स्थानों की ओर भाग गए। मौके पर राहत-बचाव दल ने तुरंत मोर्चा संभाला है, लेकिन लगातार बारिश के कारण रेस्क्यू कार्य में कठिनाई आ रही है।
खतरनाक हालात को देखते हुए प्रशासन ने शिमला, सोलन, चंबा, सिरमौर, कुल्लू, मंडी, हमीरपुर, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने का फैसला लिया है। संबंधित जिलों के DC ने ऑनलाइन कक्षाओं के निर्देश दिए हैं, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
लगातार बरसात ने प्रदेश में दहशत और अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया है। लोगों की निगाहें अब मौसम पर टिकी हैं, क्योंकि अगर बारिश का यह सिलसिला जारी रहा तो हालात और भी बिगड़ सकते हैं।