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June 25, 2025
हिमाचल में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी, आज 7 जिलों में बरसेगी आफत; सावधान रहें लोग
नदी-नालों का जलस्तर बढ़ेगा, लोगों को सतर्क रहने की सलाह
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के सभी हिस्सों में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आधिकारिक घोषणा करते हुए बताया कि राज्य के विभिन्न भागों में मानसून की दस्तक 20 जून को शुरू हुई थी, जो अब पूरे प्रदेश को कवर कर चुकी है। इसके चलते राजधानी शिमला समेत कई क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली है। बीते कल दोपहर को शिमला व धर्मशाला समेत कई इलाकों में तेज बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहावना हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी 30 जून तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। 28, 29 और 30 जून को कई स्थानों पर बारिश की गतिविधि देखने को मिलेगी। विभाग ने बारिश को लेकर विभिन्न स्तरों पर अलर्ट भी जारी किए हैं।
मौसम विभाग ने आज के लिए चंबा, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है। इसके अलावा कुल्लू, मंडी और शिमला के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
26 जून को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में येलो अलर्ट रहेगा। 27 जून को हालांकि मौसम में थोड़ी राहत के संकेत हैं, लेकिन मंडी जिले में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। शिमला, सोलन, हमीरपुर और सिरमौर में फिर से येलो अलर्ट जारी रहेगा, जबकि अन्य जिलों में मौसम साफ रहने की संभावना है।
मानसून की शुरुआत के साथ ही मंडी जिले के पाड़छू क्षेत्र में स्थिति गंभीर होती जा रही है। लगातार बारिश के चलते पाड़छू झील का आकार बढ़ गया है और समीप बहने वाली गासिया खड्ड में जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। इसके कारण खड्ड के किनारे स्थित एक मंदिर डूबने की कगार पर पहुंच गया है। झील के निकट एक पुल निर्माण के लिए डंप की गई मिट्टी भी समस्या बन गई है, जिसे प्रशासन के निर्देश के बावजूद हटाया नहीं गया। इससे क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बनने की आशंका है और धर्मपुर तक प्रभाव पड़ सकता है।
किन्नौर जिले में भी भारी बारिश के चलते सतलुज नदी के जलस्तर में तेज़ वृद्धि हुई है। इसका सीधा असर पोवारी के पास निर्माणाधीन बैराज परियोजना पर पड़ा है, जिसे पटेल कंपनी द्वारा निर्मित किया जा रहा है। जलस्तर बढ़ने के कारण सोमवार से ही निर्माण कार्य रोक दिया गया है। कंपनी के महाप्रबंधक वीरेंद्र शर्मा के अनुसार, बांध स्थल पर अंडरग्राउंड कार्य चल रहा था, जिसे सुरक्षा कारणों से रोकना पड़ा है।
प्रदेश में सक्रिय मानसून के चलते मौसम विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि वे सतर्क रहें, नदी-नालों के किनारे न जाएं और प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। खासकर भूस्खलन और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।