#विविध
July 20, 2025
आपदा पीड़ितों से मिल भावुक हुए जयराम ठाकुर: बोले- यह त्रासदी हमें 30 साल पीछे धकेल गई
छतरी क्षेत्र का दौरा कर बोले– फिर से डिफी से खड्ड पार करनी पड़ी, यह बेहद पीड़ादायक
शेयर करें:
मंडी। हिमाचल प्रदेश के पूर्व CM और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र सराज के छतरी क्षेत्र का दौरा किया। 30 जून की भयावह बारिश के बाद यहां कई गांवों में भारी नुकसान हुआ है। जयराम ठाकुर ने मांझीगाड, बिलागाड, भलाती और ठेंसर गांवों में आपदा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उन्हें राहत सामग्री भी वितरित की।
क्षेत्र में पहुंचने के बाद हालात को देखकर जयराम ठाकुर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि यह त्रासदी हमें 30 साल पीछे ले गई है। उन्होंने कहा कि जब मैं तीन दशक पहले इस क्षेत्र में आता था, तब खड्डों को पार करने के लिए लकड़ी के डिफी (अस्थायी पुल) होते थे। हमने मेहनत से सड़कें बनाईं, पक्के पुल बनाए, गांवों को मुख्यधारा से जोड़ा। लेकिन इस बार की आपदा ने वह सबकुछ तहस-नहस कर दिया। आज मुझे फिर उन्हीं डिफियों से गुजरना पड़ा।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : बेटे के लिए दिहाड़ी लगाकर खरीदी बाइक बनी काल, एक झटके में उजड़ा पूरा परिवार
जयराम ठाकुर ने बताया कि छतरी क्षेत्र की उपजाऊ भूमि, सड़क मार्ग और कई मकानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है। दो घर पूरी तरह बह चुके हैं, जबकि सैकड़ों घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं। उन्होंने राहत की बात यह बताई कि अधिकांश लोगों की जानें बच गईं।
यह भी पढ़ें : हिमाचल में 9 जिले अलर्ट पर : अति भारी बारिश की चेतावनी- लगातार इतने दिन बरसेंगे मेघ
नेता प्रतिपक्ष ने प्रशासन की ओर से किए जा रहे राहत कार्यों की सराहना तो की, लेकिन साथ ही कहा कि काम की गति और तेज़ होनी चाहिए।जयराम ठाकुर ने आगे कहा कि हम जिंदा हैं, इसलिए घर भी बनेंगे और रास्ते भी। हिम्मत और सहयोग से हम फिर से इस क्षेत्र को खड़ा करेंगे।प्रशासन मुख्य सड़कों की बहाली पर ध्यान दे रहा है, लेकिन जब तक संपर्क सड़कें नहीं खुलेंगी, तब तक तैयार सेब मंडियों तक नहीं पहुंच सकेंगे। इससे बागबानों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा।
उन्होंने बताया कि छतरी क्षेत्र में सेब की फसल पूरी तरह तैयार है। कई बागवानों ने उधार लेकर उत्पादन किया है। यदि समय पर फसल बाज़ार नहीं पहुंची तो वे कर्ज के बोझ में दब जाएंगे।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : 2 सगे भाइयों ने एक ही दुल्हन संग लिए सात फेरे, तीनों की रजामंदी से हुआ जोड़ीदार विवाह
जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार से अपील की कि सड़क बहाली के काम को युद्धस्तर पर चलाया जाए। साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों और संस्थाओं से भी मदद की अपील की। अगर किसी के पास मशीनरी उपलब्ध है तो हम डीज़ल और खर्चे की व्यवस्था करेंगे। बस संपर्क सड़कों को खोलना अब सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए। जयराम ठाकुर ने इस आपदा को सराज की विकास यात्रा पर विराम बताया, लेकिन विश्वास जताया कि जनसहयोग और सामूहिक प्रयासों से यह क्षेत्र एक बार फिर नए सिरे से उठ खड़ा होगा।