#विविध
December 9, 2025
शिमला कार्निवाल में 4.30 लाख के चाय-पकौड़े डकार गए VIP, एक साल बाद भी नहीं चुकाया बिल
बिल क्लीयर करवाने को को नगर निगम के चक्कर काट रहा रेस्तरां प्रबंधन
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मामला 4.30 लाख के चाय-पकौड़ों के बिल से जुड़ा है। दरअसल हिमाचल में आयोजित होने वाले बड़े कार्यक्रमों में वीआईपी मेहमानों के लिए चाय.पकौड़ों से लेकर खास स्नैक्स तक की व्यवस्था करना आम बात है, लेकिन जब यही मेहमान-नवाज़ी लाखों का बिल बनकर सामने आए और फिर महीनों तक उसका भुगतान अटक जाए, तो मामला अपने.आप में चौंकाने वाला बन जाता है।
राजधानी शिमला में भी ठीक ऐसा ही हुआ, जहां विंटर कार्निवल के दौरान परोसे गए चाय.कॉफी और स्नैक्स का लगभग साढ़े चार लाख रुपये का बिल एक साल बाद भी नगर निगम से वसूला नहीं जा सका है।
दरअसल बीते वर्ष दिसंबर माह में शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर आयोजित हुए विंटर कार्निवल की मेहमान.नवाज़ी का हिसाब.किताब अब नगर निगम और पर्यटन निगम के बीच उलझता जा रहा है। दस दिन चले इस आयोजन के दौरान वीआईपी मेहमानों मेयर, पार्षदों और अन्य गणमान्यों के लिए रोज शाम को चाय, कॉफी, पकौड़े और स्नैक्स का इंतज़ाम पर्यटन निगम के आशियाना रेस्तरां द्वारा किया गया था।
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रेस्तरां प्रबंधन के मुताबिक रोजाना की मांग के आधार पर स्नैक्स की आपूर्ति की गई और पूरे कार्यक्रम का करीब 4.30 लाख रुपये का बिल बना। त्योहार के दौरान हुए अन्य खर्चों का भुगतान नगर निगम ने समय पर कर दिया, लेकिन खाद्य.पेय पदार्थों का बिल अब तक लंबित है। बिल चुकता न होने के कारण रेस्तरां प्रबंधन पिछले कई महीनों से नगर निगम के दफ्तरों के चक्कर लगाने को मजबूर है।
आज मंगलवार को पर्यटन निगम ने रेस्तरां प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि वह स्वयं जाकर नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री से मिलकर इस मुद्दे पर बात करें ताकि बिल के भुगतान को जल्द से जल्द निपटाया जा सके।
दूसरी ओर नगर निगम का कहना है कि आशियाना रेस्तरां का उनका खुद का लाखों रुपये का किराया भी लंबित है, जो अभी तक वसूला नहीं जा सका। रेस्तरां निगम की लीज पर दी गई संपत्ति पर संचालित होता है, और निगम ने किराये की राशि वसूलने के लिए पर्यटन विभाग को बिल भेजा हुआ है।
निगम प्रशासन का तर्क है कि चाय-स्नैक्स के बिल को इसी लंबित किराये में समायोजित किया जा सकता है, लेकिन इस प्रस्ताव पर सरकार की मंजूरी न मिलने के कारण मामला जटिल बन गया है। अब दोनों पक्ष अपने.अपने भुगतान को लेकर अड़ गए हैं, जिससे रेस्तरां प्रबंधन की परेशानी और बढ़ गई है।
इसी बीच नगर निगम 25 दिसंबर से फिर से विंटर कार्निवल आयोजित करने की तैयारी में जुटा है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि वीआईपी मेहमानों के लिए इस बार भी आशियाना रेस्तरां से ही व्यवस्था करवाई जा सकती है, लेकिन यह तभी संभव होगा जब पिछली बार का बकाया बिल निपट जाएगा।
नगर निगम शिमला के संयुक्त आयुक्त डॉ भुवन शर्मा का कहना है कि आशियाना रेस्तरां का लंबित बिल का जल्द ही भुगतान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह राशि बहुत अधिक नहीं है, जिसका निगम जल्द भुगतान कर देगा।