#विविध
July 23, 2025
हिमाचल के सराज में 27 अभी भी लापता, सेना और NDRF की टीमें वापस लौटी- अब ये संभालेंगे जिम्मा
सेना और NDRF ने निभाई बड़ी भूमिका, अब स्थानीय टीमें मोर्चे पर
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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सराज क्षेत्र में भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से मची तबाही के बाद अब राहत कार्यों का जिम्मा स्थानीय प्रशासन और राज्य की आपदा प्रबंधन टीमें संभाल रही हैं। सेना, वायुसेना, NDRF और ITBP की टीमें अब सराज से वापिस लौट गई हैं।
30 जून और 1 जुलाई को सराज घाटी में आई त्रासदी के बाद केंद्र सरकार के सहयोग से वायुसेना, सेना, NDRF और ITBP की टीमें भेजी गई थीं। सड़कों के ध्वस्त हो जाने और दूर-दराज के गांवों से संपर्क टूटने की स्थिति में इन बलों ने न केवल सर्च ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई, बल्कि प्रभावितों तक राहत सामग्री, दवाइयां और जरूरी सामान भी पहुंचाया।
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सड़कें बहाल होने के बाद सबसे पहले वायुसेना की टीम ने क्षेत्र छोड़ा, क्योंकि अब राहत सामग्री सड़क मार्ग से पहुंचाई जा रही है। इसके बाद सेना, NDRF और ITBP की टीमों ने भी क्षेत्र से वापसी की। अब राहत और सर्च कार्यों का जिम्मा राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), होमगार्ड और स्थानीय पुलिस ने संभाल लिया है।
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सराज क्षेत्र के थुनाग, गोहर और जंजैहली में भूस्खलन और फ्लैश फ्लड के कारण 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 27 अब भी लापता हैं। जिला प्रशासन के अनुसार, करीब 20,000 लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं और कई घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं।
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डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि राहत कार्यों के दौरान इन केंद्रीय बलों ने जिस तरह से बिना सड़क मार्ग के भी सामग्री पहुंचाई, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि अब राज्य की टीमें मोर्चा संभाले हुए हैं और प्रभावित गांवों में राहत एवं पुनर्वास का काम जारी है।