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September 6, 2025

कुल्लू लैंडस्लाइड: कश्मीरी युवकों की ऑटो में देह लेने से परिजनों ने किया इंकार, किए एयरलिफ्ट

परिजनों ने की थी देह को कश्मीर एयरलिफ्ट करने की मांग

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kullu News

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला के अखाड़ा बाजार तीन दिन पहले हुए भारी लैंडस्लाइड ने दो घरों को मलबे के ढेर में बदल दिया था। जिसमें 10 लोग दफन हो गए थे। हालांकि मौके पर पहुंची एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और कुछ ही घंटों में चार लोगों को मलबे से निकाल लिया था। जिसमें एक की मौत हो गई थी, जबकि तीन लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा था। मलबे में दफन अधिकतर लोगों में कश्मीर के युवक शामिल थे, जो यहां एक किराये के कमरे में रह रहे थे।

ऑटो से शव भेजने पर भड़के परिजन

इसी बीच एनडीआरएफ की टीम ने गुरुवार को एक महिला और दो कश्मीरी युवकों के शव बरामद किए थे। प्रशासन ने पोस्टमार्टम के बाद जब यह शव परिजनों को सौंपे गए तो परिजनों ने हंगामा कर दिया था। हादसे में मारे गए युवकों के परिजनों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्हें शवों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से श्रीनगर ले जाने का भरोसा दिया गया था, लेकिन अंतिम समय में प्रशासन ने एक ऑटो के माध्यम से सड़क मार्ग से शव भेजने की व्यवस्था कर दी। इस निर्णय से आक्रोशित परिजनों ने शवों को ऑटो में भेजने से साफ इंकार करते हुए अस्पताल परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।

 

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भूस्खलन में दबने से हुई थी कश्मीरी युवकों की मौत

हादसा बीते दिनों भारी बारिश और भूस्खलन के चलते हुआ थाए जिसमें जम्मू.कश्मीर के तीन युवक मलबे में दबकर मौत का शिकार हो गए। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शुक्रवार को तीन शवों को मलबे से निकालकर कुल्लू के ढालपुर अस्पताल लाया गया, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।

ऑटो से शव भेजने की व्यवस्था पर फूटा परिजनों का गुस्सा

शव सौंपे जाने के बाद जैसे ही उन्हें ऑटो में रखकर सड़क मार्ग से कश्मीर भेजने की तैयारी की गईए पीड़ित परिवारों का गुस्सा फूट पड़ा। मृतक युवक के रिश्तेदार नजीर अहमद ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें पूरे दिन प्रशासन और सरकार की ओर से भरोसा दिलाया गया था कि शवों को एयरलिफ्ट किया जाएगा, लेकिन शाम को अचानक ऑटो में भेजने की बात कह दी गई।

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उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारी बारिश के चलते सड़कें जर्जर हालत में हैं और कश्मीर तक शवों को ले जाने में 10-15 दिन तक भी लग सकते हैं। ऐसे में शवों की हालत खराब होने का खतरा है। परिजनों ने प्रशासन से साफ कहा कि जब तक हेलीकॉप्टर की व्यवस्था नहीं होती, वे शवों को नहीं ले जाएंगे। ढालपुर अस्पताल परिसर में जुटे कश्मीरी लोगों ने मृतकों को सम्मानजनक अंतिम विदाई देने की मांग करते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।

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चंडीगढ़ एयरपोर्ट से किया एयरलिफ्ट

इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए एसडीएम कुल्लू निशांत ठाकुर ने बताया कि शवों को सीधे श्रीनगर एयरलिफ्ट करने में मौसम बाधा बन रहा है। उन्होंने कहा कि परिजनों के साथ कुछ गलतफहमी हो गई थी। शवों को सड़क मार्ग से चंडीगढ़ एयरपोर्ट भेजा जा रहा है, जहां से इन्हें श्रीनगर के लिए एयरलिफ्ट किया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए शुक्रवार रात को ही शव चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंचा दिए गए थे, ताकि खराब मौसम के चलते शवों को एयरलिफ्ट करने में दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि शनिवार को शव कश्मीर के लिए एयरलिफ्ट कर दिए गए हैं।

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