#विविध

April 10, 2025

बर्थडे विशेष: बस ड्राइवर के इस दर्द ने प्रेम कुमार धूमल को बना दिया सड़कों वाला CM

दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे धूमल आज 81 के हुए 

शेयर करें:

Prem-Kumar-Dhumal.jpg

शिमला। हिमाचल प्रदेश के दो बार सीएम रहे प्रेम कुमार धूमल (1998-2003 और 2007-2012) गुरुवार को 81 साल के हो गए। उनके बेटे और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने आज अपने पिता की राजनीतिक विरासत को याद किया। लेकिन हिमाचल प्रदेश की जनता भी अपने लोकप्रिय जननायक को नहीं भूली है। विनम्र स्वभाव, सुलझे हुए राजनेता और आम जनता से गहराई तक जुड़े धूमल की कई यादें लोगों के जेहन में अभी भी ताजा हैं।

 

एक बार का वाकया है, जबकि HRTC के ड्राइवर ने सीएम धूमल के सामने राज्य की खराब सड़कों की शिकायत की। मुसाफिरों की परेशानियां भी गिनाई, क्योंकि उस समय राज्य के दूर-दराज के दुर्गम इलाकों में लोगों को सड़क तक नसीब नहीं थी। यह बात धूमल को चुभ गई। फिर तो उन्होंने हिमाचल प्रदेश में आखिरी छोर तक ऐसी सड़कें बनवाईं कि लोग उन्हें सड़कों वाला सीएम कहने लगे।

 

यह भी पढ़ें : हिमाचल पहुंचे अनुराग: बोले-अपनी साख खो चुकी कांग्रेस, ना केंद्र में रही-ना राज्यों में बची साख

राजनीति में आने से पहले रहे शिक्षक

राजनीति करिअर शुरू करने से पहले प्रेम कुमार धूमल एक शिक्षक थे। वे पंजाब यूनिवर्सिटी और जालंधर के दोआबा कॉलेज में अंग्रेजी के प्रोफेसर रहे। इसीलिए उन्हें आज भी प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल कहा जाता है। उस समय उनकी पढ़ाने की शैली इतनी अच्छी थी कि उनके स्टूडेंट्स आज भी उन्हें याद करते हैं। शिक्षक के रूप में वे बेहद विनम्र और सरल शख्सियत के इंसान रहे और अपना ये स्वभाव वे ताउम्र नहीं भूले। हमीरपुर जिले के समीरपुर में एक साधारण शिक्षक परिवार में जन्में धूमल ने खेतों में काम करते हुए मेहनत और लगन का महत्व सीखा और उसे राजनीति में भी अपनाया।

हमीरपुर को बनाया छोटा शिमला

प्रेम कुमार धूमल ने सीएम के रूप में दोनों कार्यकाल के दौरान अपने गृह जिले हमीरपुर को सड़कों के जाल, नए शिक्षण संस्थानों और औद्योगिकीकरण का ऐसा तोहफा दिया कि लोग हमीरपुर को छोटा शिमला कहने लगे। उन्होंने सीएम रहते हुए महिलाओं, खासकर ग्रामीण महिलाओं के लिए "माता शबरी योजना" और "बेटी है अनमोल" जैसी योजनाएं ही नहीं चलाईं, बल्कि खास मौकों पर महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा भी दी। 

 

यह भी पढ़ें : हिमाचल: पेमेंट ना मिलने से नाराज ठेकेदार सड़कों पर उतरे; सुक्खू सरकार को दिया अल्टीमेटम


प्रोफेसर धूमल का लोगों से जुड़ाव इतना गहरा था कि एक बार एक बुजुर्ग महिला ने उन्हें मुख्यमंत्री होने के बावजूद "बेटा प्रेम" कहकर पुकारा तो भावुक होकर  धूमल ने उनके पैर छू लिए थे। इस मार्मिक घटना की तस्वीर काफी वायरल हुई थी। आज हिमाचल प्रदेश में आईटी सेक्टर की मौजूदगी भी प्रेम कुमार धूमल की ही देन है, जिन्होंने युवाओं को रोजगार देने वाले इस आधुनिक सेक्टर की नींव रखी।

बेदाग छवि वाले नेता

प्रोफ. धूमल की ख्याति एक बेदाग छवि के नेता के रूप में केवल भारतीय जनता पार्टी में ही नहीं, बल्कि विपक्षी दल कांग्रेस में भी थी। एक बार की चर्चा में धूमल ने खुद बताया था कि 2007 में दूसरी बार सीएम बनने के बाद जब वह दिल्ली में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह से मिलने आए तो पीएमओ कार्यालय ने कहा कि केवल 2-3 मिनट का समय ही मिल सकता है। लेकिन जब वे अगले दिन पीएम से मिलने उनके दफ्तर पहुंचे तो दरवाजा खुद डॉ. मनमोहन सिंह ने खोला। बड़े प्यार से बिठाया और बोले- वैसे तो मेरी पार्टी कांग्रेस चुनाव हारी है, लेकिन मुझे खुशी है कि आप सीएम बने हैं।

 

यह भी पढ़ें : पन्नू का ऐलान: शिमला में खालिस्तानी झंडा फहराओ-11 लाख इनाम पाओ

पत्नी असल सीएम

सीएम रहते हुए प्रोफ. धूमल अक्सर कहते थे कि परिवार उनके लिए ताकत का असल स्रोत है। एक बार उन्होंने मजाक में कहा था कि घर में उनकी पत्नी ही "असली मुख्यमंत्री" हैं, जो उनकी निजी जिंदगी में हास्य और स्नेह की झलक देता है। ये कुछ ऐसी यादें हैं, जो हिमाचल प्रदेश की जनता के जेहन में आज भी ताजा हैं। किसान के बेटे प्रेम कुमार धूमल अपना जन्मदिन बहुत ही सादगी से मनाते हैं।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख