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October 5, 2025
हिमाचल की पहाड़ियों पर बर्फबारी शुरू, पर्यटकों के खिले चेहरे- निचले इलाकों में भी बढ़ी ठंड
सर्द हवाओं ने बढ़ाई रौनक- पर्यटन कारोबारियों में खुशी की लहर
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शिमला। अक्टूबर की शुरुआत में ही हिमाचल प्रदेश ने सर्दी का अहसास करा दिया है। रविवार सुबह से प्रदेश के कई इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। लाहौल घाटी, रोहतांग दर्रा, अटल टनल और धौलाधार पर्वतमाला की ऊंची चोटियां अब बर्फ की सफेद चादर से ढक गई हैं।
मौसम विभाग ने राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के लिए पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी, जो अब सही साबित हो रही है। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति की लाहौल घाटी में रविवार सुबह से ही बर्फ के फाहे गिरने लगे, जो धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र को सफेद चादर में ढक गए।
मनाली-कोठी-रोहतांग दर्रा और अटल टनल क्षेत्र में भी लगातार हिमपात जारी है। बर्फबारी के बाद पर्यटकों के चेहरे खिल गए हैं। फिलहाल, मनाली-केलांग मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू है।
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि बर्फबारी का दौर तेज होता है तो यातायात को अस्थायी रूप से रोका जा सकता है। इसी तरह लाहौल-लेह मार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही सीमित गति से जारी है। घाटी में ठंड काफी बढ़ गई है और न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे पहुंच गया है।
धर्मशाला की धौलाधार पर्वतमाला की ऊंची चोटियों पर भी सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज की गई है। शरद ऋतु की इस पहली बर्फबारी के बाद पूरा इलाका शीतलहर की चपेट में आ गया है। सुबह और शाम के समय ठंडी हवाएं चलने से स्थानीय लोगों ने अब गरम कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं।
जैसे ही बर्फबारी की खबर फैली, देश-विदेश से पर्यटक धर्मशाला और मनाली की ओर रुख करने लगे हैं। धौलाधार की बर्फ से ढकी चोटियां, कोहरे से लिपटी वादियां और ठंडी हवाएं पर्यटकों को खूब आकर्षित कर रही हैं।
स्थानीय होटलों, कैफे और होमस्टे में बुकिंग में तेजी आई है। कई होटल संचालकों के अनुसार, बर्फबारी का यह दौर पर्यटन सीजन के लिए शुभ संकेत है और अगले कुछ दिनों में पर्यटकों की भीड़ और बढ़ेगी।
मौसम विभाग शिमला के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से आने वाले दो-तीन दिनों तक ऊंचाई वाले इलाकों में हल्का हिमपात जारी रह सकता है, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश और ठंडी हवाओं से तापमान में और गिरावट आएगी।
बारिश और हिमपात के साथ अब पूरा हिमाचल सर्दी के आगोश में आने लगा है। धर्मशाला, कुल्लू, मनाली, केलांग और रोहतांग जैसे इलाकों में सुबह-शाम अलाव जलाने का दौर शुरू हो गया है। ठंडी हवाओं के साथ बर्फीली वादियां अब पर्यटकों और स्थानीय लोगों दोनों के लिए रोमांच और राहत लेकर आई हैं।