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October 5, 2025

एक्शन में हिमाचल ड्रग विभाग: 5 फार्मा यूनिट पर की बड़ी कार्रवाई; कफ सिरप से अब तक 11 बच्चो की गई जा*न

हिमाचल के दवा उद्योग में हड़कंप, बद्दी की 5 फार्मा यूनिट्स पर उत्पादन रोक

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himachal Farma Unit notice

नालागढ़ (सोलन)। मध्यप्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से 11 मासूम बच्चों की मौत के बाद देशभर के औषधि उद्योग में हलचल मच गई है। इस घटना की गूंज हिमाचल प्रदेश तक पहुंची है, जहां बद्दी औद्योगिक क्षेत्र की पांच फार्मा कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। मध्यप्रदेश सरकार से प्राप्त रिपोर्ट के बाद हिमाचल प्रदेश ड्रग कंट्रोल विभाग ने इन कंपनियों को नोटिस जारी करते हुए कफ सिरप के उत्पादन और वितरण पर तत्काल रोक लगा दी है।

11 बच्चों की मौत से मचा हड़कंप

मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों में अब तक कफ सिरप की वजह से 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया कि सभी बच्चों को बुखार और सर्दी के इलाज में कोल्ड्रिफ कफ सिरप दी गई थी। जिसके बाद उनकी तबीयत और ज्यादा बिगड गई और उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

 

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सिरप में मिला जहरीला रसायन

मामले के सामने आने के बाद जब एमपी सरकार ने इस कफ सिरप को तमिलनाडु स्थित लैब जांच के लिए भेजा तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जांच रिपोर्ट में इस सिरप में 48.6 फीसदी डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) जैसे जहरीले रसायन की मौजूदगी पाई गई, जो किडनी फेलियर का प्रमुख कारण माना जाता है। रिपोर्ट आने के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने तुरंत इस सिरप पर बैन लगा दिया।

हिमाचल में पांच यूनिट्स पर कार्रवाई

मध्यप्रदेश से रिपोर्ट मिलते ही हिमाचल प्रदेश ड्रग कंट्रोलर ऑफिस हरकत में आया। ड्रग कंट्रोलर ने बताया कि बद्दी की पांच दवा कंपनियों को नोटिस जारी कर उनके कफ सिरप उत्पादन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। हालांकि जांच पूरी होने तक विभाग ने कंपनियों के नाम सार्वजनिक करने से इनकार किया है।

 

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दवा उद्योग में मचा हड़कंप

हिमाचल प्रदेश का बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र देश का सबसे बड़ा दवा निर्माण केंद्र माना जाता है। यहां सैकड़ों यूनिट्स हर दिन करोड़ों की दवाएं बनाती हैं। कफ सिरप में रासायनिक संदूषण की आशंका के बाद इस क्षेत्र में कंपनियों में हड़कंप मचा हुआ है। कई दवा निर्माताओं ने अपनी उत्पादन लाइन की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। ड्रग कंट्रोलर ने कहा हमें मध्यप्रदेश से जो पत्र प्राप्त हुआ है, उसके आधार पर तत्काल कार्रवाई की गई है। इन यूनिट्स से कफ सिरप के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। अगर खामियां पाई जाती हैं, तो लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई होगी।

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केंद्र ने शुरू की संयुक्त जांच

मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने संयुक्त जांच टीम गठित की है। यह टीम हिमाचल, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु के ड्रग अधिकारियों के साथ मिलकर नमूनों की जांच कर रही है। सैंपल्स को केंद्रीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला (CDTL) में भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद देशव्यापी समीक्षा की जाएगी।

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तमिलनाडु की कंपनी पर भी बैन

मध्यप्रदेश की रिपोर्ट में तमिलनाडु की Sresan Pharmaceuticals का नाम भी सामने आया है। इस कंपनी के सभी उत्पादों पर तमिलनाडु सरकार ने पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
साथ ही, राजस्थान और केरल ने भी सावधानी के तौर पर “कोल्ड्रिफ” सिरप की बिक्री और वितरण पर रोक लगा दी है।

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