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September 9, 2025
हिमाचल : एक ही दिन में 3 जगह फटा बादल, मची तबाही- घरों में घुसा मलबा, बाढ़ में बहे तीन पुल
लोगों के चेहरों पर दोबारा लौटा डर
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में बरसात का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी भी कई जगह पर भूस्खलन, भारी बारिश और बादल फटने जैसी घटनाएं पेश आ रही हैं। ताजा मामला कुल्लू जिले से सामने आया है- जहां पर बादल फटने की घटनाओं ने लोगों को हिला कर रख दिया है।
यहां पर एक ही दिन में तीन जगह बादल फटा है। बादल फटने के कारण इलाके में तबाही मच गई। कई लोगों के घरों में मलबा घुसा गया। बाढ़ का मंजर देखकर लोगों में अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई।
बादल छेंउर और दोहरानाला क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही मची। अचानक आई बाढ़ ने तीन पुल बहा दिए और कई किसानों की उपजाऊ जमीन व बगीचे मलबे की चपेट में आकर बर्बाद हो गए। ग्रामीणों का कहना है कि नुकसान करोड़ों रुपये का हुआ है।
छेंउर गांव के पास बड़ोगी रोड पर नाले में बादल फटने की घटना हुई। कुछ ही मिनटों में नाले में पानी और मलबे का सैलाब उमड़ पड़ा जिसने आसपास के खेतों, बगीचों और रास्तों को अपनी चपेट में ले लिया।
इस दौरान स्थानीय लोगों ने सीटियां बजाकर नीचे के इलाकों में रह रहे ग्रामीणों को अलर्ट किया। कई लोग जान बचाने के लिए ऊंचे स्थानों की ओर भागे और बाल-बाल बचे। बहते मलबे ने तीन पुलों को नुकसान पहुंचाया, जिनमें से दो पुल छेंउर और चौंग पंचायत को जोड़ने वाले थे।
उधर, दोहरानाला में अचानक आए पानी ने लोगों की उपजाऊ जमीन को पूरी तरह तबाह कर दिया। खेतों में खड़ी फसल बह गई और कई जगहों पर मिट्टी की ऊपरी परत भी बहकर चली गई, जिससे जमीन बंजर जैसी हो गई है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस आपदा ने उनकी मेहनत और सालभर की कमाई को नष्ट कर दिया है। खेतों और बगीचों के बह जाने से किसान अब बेहद चिंतित हैं। सेब और मक्की जैसी फसलें बर्बाद हो गईं। ग्रामीणों का कहना है कि तीन पुलों के टूटने से अब कई गांवों का संपर्क कट गया है, जिससे लोगों की आवाजाही और बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ेगा।
ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से तुरंत राहत और मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द पुलों का निर्माण होना चाहिए ताकि यातायात बहाल हो सके और लोगों को राहत मिले।