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July 10, 2025
राहत शिविर में पहुंचे CM से बच्चों ने किया सवाल, "हमारे स्कूल कब खुलेंगे", जानें क्या बोले सुक्खू
बच्चों ने किया सवाल, हमारे स्कूल कब खुलेंगे
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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में प्राकृतिक आपदा ने लोगों के जीवन की रफ्तार को थाम दिया है। लोगों के मकान मलबे में दफन हो गए हैं, रास्ते टूट चुके हैं। घरों के साथ सारा सामान भी मलबे के ढेर में तबदील हो गया है। स्कूलों पर ताले लटके हैं। लेकिन इन सबके बीच उम्मीद की एक किरण तब नजर आई, जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बच्चों ने सवाल पूछ लिया कि हमारे स्कूल कब खुलेंगे।
दरअसल सीएम सुक्खू बाड़ा पंचायत के अनाह गांव में स्थित राहत शिविर में पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने ना केवल प्रभावित परिवारों का हाल जाना, बल्कि बच्चों के साथ दोपहर का भोजन भी किया और बच्चों से बात भी की। मुख्यमंत्री जब जल शक्ति विभाग की निरीक्षण कुटीर में बनाए गए अस्थायी राहत शिविर में पहुंचे, तो बच्चों की आंखों में तमाम सवाल थे। लेकिन सबसे मासूम सवाल एक बच्चे ने तपाक से पूछा। मुख्यमंत्री जी, हमारा स्कूल कब खुलेगा। इस सवाल पर सीएम सुक्खू मुस्करा दिए, लेकिन वह सवाल की गंभीरता को तुरंत समझ गए। उन्होंने उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन से पूछा कि स्कूलों को लेकर क्या योजना है।
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उपायुक्त ने सीएम सुक्खू को बताया कि क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। सड़कें और स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हैं, इसलिए 14 जुलाई तक स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हालात की पुनः समीक्षा कर प्राथमिकता के आधार पर बच्चों की पढ़ाई शुरू करने की व्यवस्था की जाए। बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने जब बच्चों से पूछा कि क्या वे स्कूल जाना चाहते हैं, तो सभी ने एक स्वर में कहा, हां! उनके उत्साह और पढ़ाई के प्रति लगाव को देखकर मुख्यमंत्री भावुक हो गए और कहा कि पढ़ाई किसी भी हाल में नहीं रुकनी चाहिए। हम जल्द स्कूल खोलने की व्यवस्था करेंगे।
शिविर में मुख्यमंत्री ने बच्चों से बातचीत करते हुए पूछा कि क्या उन्हें कोई परेशानी है। बच्चों ने जवाब दिया कि नहीं, सब कुछ मिल रहा हैण्ण्ण् लेकिन घर की बहुत याद आती है। जब मुख्यमंत्री ने पूछा कि फिर कहां रहना चाहोगे, तो एक बच्चा बोला टेंट में भी रह लेंगे, लेकिन घर जैसा हो। मुख्यमंत्री ने बच्चों को समझाया कि टेंट सुरक्षित नहीं होते और भरोसा दिलाया कि सरकार जल्द ही नए और मजबूत घर बनाएगी।
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बच्चों ने मुख्यमंत्री के साथ दोपहर का भोजन किया। लंच के बाद कुछ बेटियों ने कहा कि उन्हें लगा ही नहीं कि हम मुख्यमंत्री के साथ खाना खा रहे हैं। उन्होंने हमें बिल्कुल अपने जैसा अपनापन दिया। मुख्यमंत्री ने बच्चों को खुद सलाद परोसा और उनसे घर स्कूल और सपनों के बारे में बातें कीं। उस पल बच्चों की मुस्कान ने पूरे राहत शिविर को उम्मीद और सुकून से भर दिया। इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा कि आपदा बड़ी है, लेकिन हमारी कोशिश और बच्चों का हौसला उससे भी बड़ा है। हम इस संकट से मिलकर उबरेंगे। शिक्षा, पुनर्वास और पुनर्निर्माण में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।