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November 11, 2025

हिमाचल : आज भी घर नहीं पहुंची अक्षय की देह, बेटे को आखिरी बार देखने का इंतजार कर रहा परिवार

BRO में जेसीबी ऑपरेटर के पद पर तैनाथ था अक्षय

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Akshay Sharma

हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के वीरभूमि कहलाए जाने वाले जिला हमीरपुर का एक वीर जवान शहीद हो गया है। सुजानपुर उपमंडल के नवविहाल गांव का वीर सपूत अक्षय शर्मा ने छोटी से उम्र में ही अपने प्राण न्योछावर कर दिए हैं।

आज भी घर नहीं पहुंची अक्षय की देह

अक्षय के परिवार को रविवार देर रात उनके निधन की खबर मिली थी। तब से लेकर आज तक परिवार के किसी भी सदस्य से ठीक से कुछ खाया नहीं है। परिजन आखिरी बार अक्षय को देखने की राह देख रहे हैं। मगर अक्षय की देह आज भी घर नहीं पहुंची है।

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छोटी सी उम्र में शहीद हुए अक्षय

लेह-लद्दाख के अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में तैनाती के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। सेना द्वारा उपचार के हर संभव प्रयास किए गए, लेकिन वे जीवन की जंग हार गए।

गहरे सदमे में परिजन

उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में गहरा शोक फैल गया। अक्षय की शहादत के बाद परिजन गहरे सदमे में हैं। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। आसपास के लोग ढांढस बांधने घर पहुंच रहे हैं।

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लेह में तैनात थे अक्षय

जानकारी के अनुसार, अक्षय शर्मा पुत्र मनोज शर्मा भारतीय सेना में ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और पूर्ण समर्पण के लिए जाने जाते थे। हाल ही में उन्हें लेह के ऐसी लोकेशन पर भेजा गया था, जहां ऊंचाई अधिक होने के कारण मौसम कठोर और ऑक्सीजन का स्तर बेहद कम रहता है।

अचानक बिगड़ी अक्षय की सेहत

सेना के दिशा-निर्देशों और सुरक्षा उपायों के बावजूद शरीर पर प्राकृतिक दबाव बढ़ने से उनकी स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ी। साथी जवानों ने तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई, परंतु हालत गंभीर होने के कारण वे बच नहीं सके। बताया जा रहा है कि अक्षय BRO में JCB ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था

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गांव में पसरा मातम

जैसे ही सुबह ग्रामीणों को शहादत की खबर मिली, गांव के घरों में चूल्हे तक नहीं जले। हर ओर गम और श्रद्धा का माहौल है। परिजनों की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे। पिता मनोज शर्मा और माता का हाल बयान करना कठिन है।

सेना में भर्ती होने का था सपना

अक्षय के साथी स्कूल मित्रों और पड़ोसियों का कहना है कि वह बचपन से ही अनुशासित और मिलनसार थे। सेना में भर्ती होना उनका सपना था, जिसे उन्होंने पूरी लगन से हासिल किया। आज वही सपना देश के लिए अपने प्राण अर्पित करने के साथ एक गौरवपूर्ण कहानी बन गया।

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राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार

स्थानीय प्रशासन ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर जल्द ही सैन्य सम्मान के साथ गांव लाया जाएगा, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। फिलहाल, अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं कि देह घर कब तक पहुंचेगी।

पूरे इलाके शोक की लहर

उन्होंने कहा कि देश ने एक बहादुर जवान खो दिया है। उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। सुजानपुर ही नहीं, पूरे हमीरपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में भी लोग इस दुःखद समाचार से स्तब्ध हैं। सोशल मीडिया पर लोग श्रद्धांजलि संदेश लिखकर शहीद वीर सपूत को सलाम कर रहे हैं।

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