#विविध
July 1, 2025
हिमाचल: छतों पर चढ़ मदद को चिल्लाते रहे दो परिवार, बाढ़ घरों समेत बहा ले गई 9 जिंदगियां
ग्रामीणों की आंखों के सामने बह गई 9 जिंदगियां, बेवस बन बस देखते रह गए
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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में 30 जून की की वह काली रात जिसने कई लोगों को गहरे जख्म दे दिए। गोहर उपमंडल की ज्यूणी व सकोल खड्ड में आधी रात को ऐसा सैलाव आया, जिसने कई लोगों की जिंदगियों को तबाह कर दिया। सैलाब स्यांज पंचायत के पंगलियूर वार्ड के दो परिवार के 9 लोगों को अपने साथ बहा ले गया। इस खौफनाक मंजर को ग्रामीणों ने अपनी आंखों से देखा, लेकिन वह कुदरत के आगे इतना मजबूर हो गए कि कुछ भी ना कर सके।
बीते रोज जिन दो घरों में बच्चों की खिलखिलाहट गूंज रही थी, वह ना तो घर बचे और नही उन घरों में रहने वाले लोग। दो मासूम बच्चों सहित महिलाएं और पुरुष सब सैलाब में बह गए। बताया जा रहा है कि जब रात को सैलाब आया तो दोनों परिवार घरों की छतों पर चढ़ आए और मदद के लिए चिल्लाने लगे। इससे पहले ही ग्रामीण उनकी मदद को आगे बढ़ते। सैलाब दोनों परिवारों को उनके घरों के साथ ही बहा ले गया।
ग्रामीणों की मानें तो यह हृदयविदारक घटना उनकी आंखों के सामने घटी। दोनों परिवार जान बचाने के लिए घरों की छतों पर पहुंच गए थे। छत पर चढ़ कर सभी मदद के लिए चिल्लाने लगे। गांव के लोगों ने भी उन्हें देखा, लेकिन वह पूरी तरह से असहाय थे और कुछ नहीं कर सके। इसी बीच कुदरत का कहर बरपा और ग्रामीणों की आंखों के साथ दो परिवारों के नौ लोग पानीमें बह गए।
इन दो परिवारों में झाबे राम के परिवार के कुल सात सदस्य थे। इसमें झाबे राम, उसकी पत्नी, मां, बहू.बेटा, पोता व पोती शामिल हैं। वहीं दूसरे परिवार में पदम सिंह व उसकी पत्नी भी पानी के तेज बहाव में बह गए हैं। प्रशासन ने एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की मदद से सर्च अभियान शुरू किया है। लेकिन अभी तक इन 9 जिंदगियों का कोई पता नहीं चल पाया है। भारी बारिश रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा बना हुआ है।
बता दें कि बीती रात को मंडी जिले के गोहर, करसोग व धर्मपुर क्षेत्र में भारी तबाही हुई है। एक ही रात में दो जगज बादल फटने से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 16 अभी तक लापता बताए जा रहे हैं। 117 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। बादल फटने से 18 घर, 12 गोशालाएं पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिससे 30 मवेशियों की मौत हो गई है।