#अपराध
March 5, 2025
हिमाचल : पूरा परिवार था चिट्टा तस्कर, कनाडा भागने की थी तैयारी; मां-बेटी अरेस्ट
महिला का बेटा कुछ दिन पहले ही पुलिस ने जालंधर से किया था गिरफ्तार
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा पुलिस टीम द्वारा दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार की गई दो महिला चिट्टा तस्करों के मामले में अपडेट सामने आया है। इन दोनों महिलाओं की गिरफ्तारी से कुछ ही पहले इसी परिवार का बेटा भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। यह पूरा परिवरा चिट्टा तस्करी का धंधा करता था।
बताया जा रहा है कि धर्मशाला पुलिस ने जनवरी महीने में चिट्टा तस्करी के आरोप में आरोपी मनंद्रि उर्फ लंगड़ा राम को गिरफ्तार किया था। जबकि, अब उसकी मां कुलवंत कौर (51) और बहन जर्मनप्रीत कौर (27) को पुलिस टीम ने अरेस्ट किया है। जर्मनप्रीत को पुलिस टीम ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है- वो कनाडा भागने की तैयारी में थी। जबकि, लंगड़ा की मां को पुलिस ने जालंधर उसके आवास से गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, बीती 21 जनवरी को धर्मशाला पुलिस ने गश्त के दौरान एक गाड़ी से तीन युवकों को चिट्टे की खेप के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम ने युवकों से 30 ग्राम चिट्टा कब्जे में लिया था। आरोपियों में शंशाक विष्ट निवासी देहरादून और आयुष और सवातंग शाही निवासी धर्माशाला के नाम के तीन युवक शामिल थे।
पुलिस टीम ने आरोपियों से पूछताछ की तो आरोपियों ने पोल खोल दी। आरोपी युवकों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने चिट्टे की खेप कुलवंत कौर और जर्मनप्रीत कौर नाम की महिला से खरीदी थी। पुलिस टीम ने जब गहनता से जांच की तो पाया कि युवकों ने इन महिलाओं के खातों में करीब 4.50 लाख रुपए का लेन-देन किया था।
ऐसे में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महिलाओं के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की- जो कि दिल्ली एयरपोर्ट पाई गई। इसी के आधार पर पुलिस टीम ने बीती 28 फरवरी को धर्मशाला से विशेष पुलिस दल दिल्ली भेजा- जहां पर पुलिस टीम ने बीती 3 मार्च को दोनों महिलाओं को गिरफ्तर कर लिया। दोनों आरोपी महिलाएं मां और बेटी हैं। महिला का बेटा कुछ दिन पहले ही पुलिस ने जालंधर से गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम ने महिला से पासपोर्ट बरामद किए हैं। फिलहाल, पुलिस टीम द्वारा दोनों महिलाओं से पूछताछ की जा रही है ताकि उनके पूरे गिरोह का भंडाफोड़ हो सके। पुलिस टीम महिलाओं के बैंक खाते भी खंगाल रही है।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश के हर गांव-गांव, गली-गली तक नशा तस्कर पहुंच रहे हैं। आज प्रदेश का कोई ऐसा कोना नहीं बचा है, जहां नशे की तस्करी ना की जा रही हो। प्रदेश में नशे का कारोबार इस कदर बढ़ गया है कि लोगों को अपने बच्चों के प्रति चिंता सताने लगी है। हालांकि, हिमाचल पुलिस नशा माफिया के खिलाफ चलाए अभियान में अब तक कई नशा तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे भी पहुंचा चुके हैं। बावजूद इसके नशा तस्करी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। नशा तस्करी के इन मामलों में अब महिलाएं और युवतियां भी कूद पड़ी हैं।
हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है और प्रदेशभर में NDPS के तहत 1943 मामले दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में 947 चिट्टे (हेरोइन), 690 चरस और 59 अफीम के मामले शामिल हैं। पुलिस द्वारा जारी हालिया जानकारी में बताया गया है कि प्रदेश में कुल 2880 आरोपियों को नशा तस्करी के केस में गिरफ्तार किया, जिनमें 125 महिलाएं भी शामिल हैं। यदि हम डाटा पर नजर दौड़ाएं तो पाएंगे की हर महीने 11 महिलाएं नशे की खेप के साथ पकड़ी जा रही है। ये आंकड़े अपने आप में ही काफी डरा देने वाले हैं।