#अपराध
October 3, 2025
हिमाचल: पीड़िता ने आरोपी एसडीएम ऊना से कर लिया समझौता, हाईकोर्ट में दी जानकारी
हाईकोर्ट ने समझौते को लेकर सरकार से मांगी स्टेटस रिपोर्ट
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के हाईप्रोफाइल रेप केस में नया मोड़ आ गया है। रेप केस में फंसे एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चौहान पिछले 11 दिन से फरार चल रहे हैं। एसडीएम ऊना ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाई है। इस मामले में अब एक बड़ी खबर सामने आई है। दावा किया जा रहा है कि रेप के आरोप लगाने वाली पीड़िता ने आरोपी एसडीएम ऊना के साथ समझौता कर लिया है।
दरअसल हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में शुक्रवार को ऊना के एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान से जुड़े चर्चित रेप मामले की जमानत याचिका पर एक बार फिर सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत को यह जानकारी दी गई कि पीड़िता ने आरोपी एसडीएम के साथ समझौता कर लिया है। हालांकि, इस दावे की सत्यता पर सवाल उठाते हुए जस्टिस राकेश कैंथला की बेंच ने राज्य सरकार को मामले की स्थिति स्पष्ट करने के लिए स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। अब यह मामला 6 अक्तूबर को दोबारा सुना जाएगा।
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बता दें कि इस मामले में पहली सुनवाई के दौरान ही हाईकोर्ट ने आरोपी को अंतरिम अग्रिम जमानत देने से साफ इनकार कर दिया था। जिसके बाद से अभी तक आरोपी को हाईकोर्ट से किसी तरह की कोई राहत नहीं मिली है। युवा आईएएस अधिकारी और ऊना के एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान पर गंभीर आरोप लगने के बाद से वह बीते 11 दिनों से फरार हैं। ऊना पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही है और कई ठिकानों पर दबिश दी जा चुकी है, लेकिन अब तक गिरफ्तारी संभव नहीं हो सकी है। गिरफ्तारी से बचने के लिए एसडीएम ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिस पर अब तक तीन बार सुनवाई हो चुकी है।
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एसडीएम पर रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाने वाली पीड़िता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि एसडीएम ने सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद उसे शादी का भरोसा दिया और इसी बहाने शारीरिक संबंध बनाए। युवती का आरोप है कि अधिकारी ने अगस्त माह में दो अलग.अलग मौकों पर उससे जबरदस्ती संबंध बनाए और इन मुलाकातों के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल भी किया।
शिकायत के अनुसार, जब पीड़िता ने शादी का दबाव बनाया तो अधिकारी ने साफ कहा कि उसकी पहले ही सगाई हो चुकी है और वह ऊना का शासक है, इसलिए उसका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। इसके साथ ही पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दी गई।
इस बीच अब अदालत को बताया गया है कि पीड़िता और आरोपी के बीच समझौता हो गया है। हालांकि इस बात की पुष्टि राज्य सरकार की स्टेटस रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगी। कानूनी जानकारों का कहना है कि रेप जैसे गंभीर मामलों में समझौते का दावा अदालत की कार्यवाही और जांच प्रक्रिया को नया मोड़ दे सकता है।
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अब 6 अक्तूबर को होने वाली अगली सुनवाई पर सबकी निगाहें टिकी हैं। यदि समझौते की पुष्टि होती है, तो यह मामला नए आयाम ले सकता है। वहीं, फिलहाल आरोपी एसडीएम को किसी भी तरह की राहत नहीं मिली है और वह अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।