#अपराध
September 26, 2025
हिमाचल : गिरफ्तारी से बचने के लिए SDM ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा, क्या मिलेगी जमानत?
ताइक्वांडो खिलाड़ी के साथ दफ्तर में किया मुंह काला, वीडियो भी बनाई
शेयर करें:

ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के SDM विश्व मोहन देव चौहान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। SDM विश्व मोहन देव चौहान (HAS टॉपर 2017) पर दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज हुआ है। गुरुवार को उन्होंने हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में अंतरिम अग्रिम जमानत याचिका दायर की।
इस पर न्यायाधीश राकेश कैंथला की अदालत ने राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले पर अब शुक्रवार को सुनवाई होगी।
FIR की कॉपी देखने के बाद अदालत ने पाया कि पीड़िता ने याचिकाकर्ता पर 10 अगस्त 2025 को दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। साथ ही शिकायत में कहा गया है कि 20 अगस्त को भी आरोपी ने उसे एक विश्राम गृह में बुलाया, जहां दोबारा दुष्कर्म हुआ।
पीड़िता का यह भी आरोप है कि आरोपी ने घटना का वीडियो बनाया और उसे वायरल करने की धमकी देकर चुप रहने को कहा। अदालत ने इन आरोपों को प्रथमदृष्टया गंभीर माना और यह टिप्पणी की कि दुष्कर्म जैसे मामलों में अग्रिम जमानत नहीं दी जा सकती, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का भी यही स्पष्ट निर्देश है। इसी आधार पर फिलहाल हाईकोर्ट ने SDM को कोई अंतरिम राहत नहीं दी।
आरोप लगाने वाली महिला एक सरकारी कार्यालय में तैनात कर्मचारी और राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी है। महिला का कहना है कि एसडीएम ने पहले उसे शादी का झांसा दिया और इसी भरोसे का फायदा उठाकर शारीरिक शोषण किया।
जैसे ही मामला दर्ज हुआ, आरोपी एसडीएम गायब हो गए। पुलिस की ओर से उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। ऊना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच तेज कर दी है। चूंकि आरोपी अधिकारी 2017 बैच का HAS टॉपर रह चुका है, ऐसे में पूरे प्रशासनिक तंत्र में इस मामले को लेकर भारी चर्चा है। लगातार कुछ समय से प्रदेश के वरिष्ठ और युवा अधिकारियों पर गंभीर आरोपों के मामले सामने आने से सरकारी सेवा की छवि पर भी सवाल उठने लगे हैं।