#अपराध
November 5, 2025
हिमाचल : सड़क पर सिगरेट पीने से रोका तो भड़का युवक- पुलिसवाले को घसीटते हुए दी धमकी
कॉन्स्टेबल ने खुद को बचाने की कोशिश की
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में कानून व्यवस्था तोड़ने और पुलिस पर हमला करने का गंभीर मामला सामने आया है। मंगलवार देर शाम HRTC कार्यालय के पास ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कॉन्स्टेबल सुनील पर नशे में धुत एक युवक ने हमला कर दिया।
इस हमले में पुलिसकर्मी को चोटें आई हैं। घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान और नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को भी उजागर किया है।
जानकारी के अनुसार, कॉन्स्टेबल सुनील अपनी सामान्य ड्यूटी के दौरान संजौली चौक के पास यातायात व्यवस्था संभाल रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सड़क के किनारे सार्वजनिक स्थान पर सिगरेट पी रहे एक युवक को टोका और उसे सिगरेट बुझाने की हिदायत दी।
पुलिसकर्मी की समझाइश पर युवक ने उस समय सिगरेट तो फेंक दी और आगे की ओर चला गया। लेकिन कुछ ही मिनटों बाद वह उसी जगह गुस्से और आक्रोश के साथ लौट आया।गुस्से में तमतमाए आरोपी ने कॉन्स्टेबल सुनील पर एकदम से हमला कर दिया।
कपड़ों से पकड़कर सड़क पर घसीटने की कोशिश की और उन्हें दावत होटल की दिशा में खींचकर ले जाने लगा। इस दौरान कॉन्स्टेबल ने खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन संघर्ष में उन्हें चोटें आईं। स्थिति गंभीर होने लगी तो आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। भीड़ देखकर आरोपी वहां से भागने लगा।
घायल कॉन्स्टेबल ने तुरंत संजौली थाने में घटना की जानकारी दी। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपी की तलाश शुरू की और कुछ ही समय में उसे पकड़ लिया। आरोपी की पहचान-संदीप, निवासी कोटखाई के रूप में हुई है। जांच में सामने आया है कि हमला शराब के नशे में धुत होने की स्थिति में किया गया।
संजौली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की निम्न धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोपी के खिलाफ धारा 132, धारा 121(1) और धारा 221 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
थाना प्रभारी संजौली ने बताया कि ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी पर हमला करना बहुत गंभीर अपराध है। आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति कानून और ड्यूटी पर तैनात कर्मियों का अपमान न कर सके।
यह घटना बताती है कि सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान कानूनन अपराध है। पुलिसकर्मी नागरिकों की सुरक्षा के लिए तैनात होते हैं। कानून तोड़ने वालों और नशा कर उत्पात करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। संजौली में हुई यह घटना न केवल पुलिस मनोबल को चोट पहुंचाती है, बल्कि शहर में बढ़ते नशे और लापरवाही के खतरे की ओर भी इशारा करती है।