#अपराध
June 26, 2025
हिमाचल : गुरू नहीं हैवान कहिए- शिक्षक ने 6 छात्राओं के साथ की गंदी हरकत, पोल खुलने पर हुआ फरार
फरार शिक्षक की तलाश में जुटी है पुलिस
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला से एक बार फिर शिक्षक और शिष्य के पवित्र रिश्ते को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है। पच्छाद उपमंडल के एक सरकारी स्कूल में कार्यरत हिंदी विषय के शिक्षक पर छह नाबालिग छात्राओं ने यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
पुलिस ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए पोक्सो एक्ट और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपी फरार है और उसकी तलाश में पुलिस की टीमें अलग-अलग स्थानों पर दबिश दे रही हैं।
सिरमौर के SP एनएस नेगी के अनुसार, छह छात्राओं ने स्कूल में पढ़ाने वाले हिंदी के शिक्षक पर छेड़छाड़ और अनुचित हरकतें करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया गया कि यह घिनौना व्यवहार शिक्षक द्वारा लंबे समय से किया जा रहा था, लेकिन डर और सामाजिक दबाव के चलते छात्राएं चुप थीं। अंततः उन्होंने हिम्मत जुटाई और पहले स्कूल प्रबंधन को पूरी बात बताई, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।
पुलिस शिकायत मिलते ही स्कूल पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी शिक्षक मौके से फरार हो चुका था। उसका मोबाइल फोन भी बंद है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी सुनियोजित योजना के तहत छिप गया है। पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज किए जा चुके हैं और उनके मानसिक स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
“शिकायत मिलते ही गंभीरता से संज्ञान लिया गया है। पोक्सो एक्ट और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर आरोपी की धरपकड़ के प्रयास जारी हैं। यह बेहद संवेदनशील मामला है, जिसकी जांच पूरी गंभीरता से की जा रही है,” एसपी नेगी ने बताया।
इस घटना से पहले, राजगढ़ उपमंडल के एक अन्य सरकारी स्कूल में भी करीब 24 छात्राओं ने गणित के शिक्षक पर इसी तरह के आरोप लगाए थे। उस मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है और वह न्यायिक हिरासत में है। शिक्षा विभाग द्वारा उस शिक्षक को निलंबित भी किया जा चुका है।
अब पच्छाद में सामने आई नई घटना ने शिक्षा विभाग को फिर कटघरे में ला खड़ा किया है। एक सप्ताह के भीतर दो अलग-अलग स्कूलों में इस तरह के मामले सामने आना बेहद चिंताजनक है। इससे साफ है कि सरकारी स्कूलों में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर कहीं न कहीं बड़ी चूक हो रही है।
इस घटना के सामने आने के बाद से क्षेत्र में लोगों में गहरा आक्रोश है। अभिभावकों ने स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त बनाने की मांग की है। साथ ही यह भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर क्यों ऐसे मामलों की समय रहते पहचान और कार्रवाई नहीं हो पा रही है?